रांची. पूरे राज्य में गर्मी दस्तक दे रही है। इसके साथ ही पूरा राज्य गंभीर पेयजल संकट की ओर बढ़ रहा है। अभी तक सरकार ने शहरी जलापूर्ति के लिए कोई एक्शन प्लान भी नहीं बनाया है। हालांकि सरकार ने ग्रामीण पेयजल के लिए 13 करोड़ की योजना मंजूर की है, जिसके तहत हर पंचायत में दो डीप बोरिंग की जानी है। मगर शहर के लिए अभी तक कोई प्लान नहीं...
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फिर जिंदा होंगे तालाब
पानीपत. जिले में अब पशुओं के लिए पीने व नहाने के पानी का संकट नहीं रहेगा। प्रशासन ने 36 तालाबों का कायाकल्प शुरू कर दिया है। मनरेगा के तहत इन तालाबों की सफाई व खुदाई का काम चालू कर दिया है। तालाबों की दशा सुधारने के लिए करीब 55 लाख 29 हजार 174 रुपए खर्च किए जाएंगे। सबसे ज्यादा पानीपत ब्लाक में 12 तालाबों की सफाई व खुदाई का काम...
More »दस साल में 600 जलाशय खत्म
भोपाल. प्रदेश में देशी-विदेशी पक्षियों और अन्य जलचरों के रहवास (प्राकृतिक जलाशय) कम हो रहे हैं। पिछले एक दशक में इन जलाशयों की संख्या 1883 से घटकर 1256 रह गई है। देवास, धार और झाबुआ जिलों में स्थिति सबसे खराब है। घटते जलाशयों की वजह से प्रवासी पक्षियों ने भी प्रदेश की ओर रुख करना छोड़ दिया है। कोयंबटूर स्थित ‘सालिम अली सेंटर फॉर ऑरनिथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री’ (सेकान) द्वारा जारी किए...
More »गांधी के सिवा कोई रास्ता नहीं है -- सच्चिदानंद सिंहा से आलोक प्रकाश पुतुल की बातचीत
सच्चिदानंद सिंहा भारत के उन चुनिंदा विचारकों में हैं, जो अपने समय से लगातार मुठभेड़ करते रहते हैं. 81 साल की उम्र में भी लगातार सक्रिय सच्चिदानंद सिंहा मानते हैं कि भारत में आने वाले दिनों में अगर किसी नये समाज का निर्माण करना है तो समाजवादी विचारकों को गांधी की कुछ बातों को स्वीकारना ही होगा. उनसे कुछ सामयिक मुद्दों पर की गई बातचीत यहां प्रकाशित की जा रही...
More »बिहार में बहार-- देविंदर शर्मा
बिहार में नीतीश कुमार दोबारा सत्ता में वापसी करने में सफल रहे. इससे आम लोगों को अपनी बेहतरी के लिए उम्मीद की किरण दिख रही है. पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री और जाने-माने अर्थशास्त्री महबूब उल हक ने एक बार मुझसे कहा था कि 1960 में वित्त मंत्री रहते समय वह पाकिस्तान की आर्थिक विकास दर सात प्रतिशत पहुंचाने में समर्थ थे, बावजूद इसके लोगों ने उन्हें हराने के लिए मतदान...
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