SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 81

झारखंड: नरेगा मजदूरों की गुहार, हमें बचाइए सरकार!

मनरेगा के दस साल पूरे होने पर उसकी कामयाबियों को केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार ने राष्ट्रीय गर्व का विषय बताया था लेकिन भाजपा के राज वाले झारखंड में उल्टा होता दिख रहा है.   मामला झारखंड के लातेहर जिले के मणिका प्रखंड में सक्रिय मनरेगा मजदूरों के संगठन ग्राम स्वराज मजदूर संघ(जीएसएमएस) के सदस्यों के उत्पीड़न का है.   इन्क्लूसिव मीडिया फॉर चेंज को हासिल एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया...

More »

धर्मनिरपेक्ष नेतृत्व की चुप्पी का फल-- राजदीप सरदेसाई

सुधींद्र कुलकर्णी से बहुत पहले निखिल वागले और आपके इस मामूली स्तंभकार जैसे कई लोग शिवसेना के शिकार बन चुके हैं। 1991 में शिवसेना ने भारत-पाक क्रिकेट शृंखला के विरोध में वानखेड़े स्टेडियम का पिच खोद दिया था। मैंने इसकी कठोरतम शब्दों में आलोचना करते हुए लेख लिखा। जहां मैं काम करता था उस टाइम्स ऑफ इंडिया, मुंबई के दफ्तर के बाहर काले झंडे दिखाए गए, अपशब्द कहे गए, लेकिन...

More »

दुर्ग में डेढ़ माह से तीन मासूमों को बंधक बनाकर ठेला लगवाया

दुर्ग (ब्यूरो)। बाल संरक्षण विभाग की टीम ने डेढ़ माह से बंधक बनाकर रखे गए तीन मासूम बच्चों को शुक्रवार की रात छुड़ाया। बच्चों को घूमाने के नाम पर राजस्थान से दुर्ग में लाया गया था। उन्हें आइसक्रीम बेचने के काम में लगाया गया था। बाल संरक्षण विभाग की टीम ने शुक्रवार रात करीब दस बजे के आसपास रेसक्यू ऑपरेशन चलाकर बच्चों को मुक्त कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गजानंद मंदिर...

More »

जिल्लत की जिंदगी जी रहीं महिलाएं इंसाफ के इंतजार में

गौतम चौबे, रायपुर। छत्तीसगढ़ में टोनही प्रताड़ना से पीड़ित महिलाएं 15 साल से न्याय का इंतजार कर रही हैं। सालों बीत जाने के बाद भी उनके माथे से कलंक नहीं मिट पाया है और वे जिल्लत की जिंदगी जी रही हैं। अदालत की धीमी रफ्तार के कारण अभी तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल पाया है और वे वयोवृद्ध हो चुकी हैं। पीड़िता श्याम बाई साहू 70 साल की हो चुकी...

More »

सवर्ण का नुकसान भरने के लिए खोल लो आदिवासी की भैंसें : पंचायत

मुरैना(ब्यूरो)। सामाजिक पंचायतें आज भी बेढब फैसले सुना रही हैं। ऐसा ही एक मामला मुरैना के नगरा थाना क्षेत्र के मानधाता पुरा गांव में सामने आया है। यहां पर पंचायत ने गांव के सवर्ण परिवार के जेवरों की चोरी की भरपाई के लिए गांव के ही आदिवासी परिवार की चार भैंस खोलने का फैसला सुना दिया। पंचायत में चोरी का आरोप आदिवासी परिवार की महिलाओं पर लगाया गया। जबकि इसका कोई...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close