बात विरोधाभासी लग सकती है लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र कहलाने वाले भारत में गुलामी की जिन्दगी जीने वाले लोगों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार भारत में गुलामी के आधुनिक रुपों से पीड़ित लोगों की संख्या 1 करोड़ 40 लाख 29 हजार है।(देखें नीचे दी गई लिंक) ग्लोबल स्लेवरी इंडेक्स 2014 नामक रिपोर्ट के अनुसार चीन में 30 लाख 24 हजार, पाकिस्तान में...
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क्रूरता की नई मिसाल !
ओड़िशा के कालाहांड़ी जिले में बंधुआ मजदूरों पर भयावह अत्याचार का मामला प्रकाश में आया है। मानवाधिकारों के लिए कार्यरत संस्था एशियन ह्यूमन राइटस् कमीशन ने स्थानीय मीडिया केबीके समाचार तथा सीजीनेट स्वरा के हवाले से सूचित किया है कि बीते माह कालाहांडी जिले में दो बंधुआ मजदूरों के हाथ एक बिचौलिए ने काट डाले! एशियम ह्यूमन राइटस् द्वारा जारी सूचना के अनुसार बिचौलिए ने घटना को अंजाम देने से...
More »छुआछूत अब भी जारी है....
अनदेखी और उपेक्षा के बीच छुआछूत का बरताव जारी है और देश में अस्पृश्यता की समस्या मौजूद है। यह लाखों लोगों के लिए उम्र भर दुःख और अपमान के बीच रहने और जीने का मामला है। इसकी कल्पना बरतर सामाजिक हालातों में जीने वाले नहीं कर सकते लेकिन जैसा कि गुजरे 14 अप्रैल, 2012 से शुरु हुए अनुच्छेद 17 अभियान के अंतर्गत इंडिया अनहर्ड द्वारा जारी 22 छोटे और आसानी...
More »बिनायक सेन को उम्रकैद- लोकतंत्र घायल !
मध्यभारत के जनजातीय इलाकों में तीन दशक से भी ज्यादा समय तक निस्वार्थ जनसेवा में जीवन बिताने वाले डाक्टर बिनायक सेन को देशद्रोह के आरोप में आजीवन कैद की सज़ा सुनाये जाने पर नागरिक संगठन हतप्रभ और आतंकित हैं। रायपुर के सेशन कोर्ट के जज ने बिनायक सेन के साथ पीयूष गुहा और नारायण सान्याल को भी देशद्रोह के आरोप में उम्रकैद की सज़ा सुनायी है। देशभर में कोर्ट के...
More »Powerlessness in actual lives is the hurdle justice must clear by Amartya Sen
The state must ensure that individual freedoms not only exist, but that everyone has the ability to experience them The ongoing theories of justice in mainstream political philosophy are very strongly dependent today on a way of thinking largely initiated by Thomas Hobbes in the 17th century, with an overwhelming concentration on a hypothetical “social contract” that the people of a sovereign state can be imagined to have endorsed. This presumed...
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