देहरादून। वर्ष 2008-09 में उत्तराखंड की कृषि विकास दर ऋणात्मक रही है। इसकी प्रमुख वजह सूखा और तकनीकी सुधार में खामी को बताया जा रहा है। आने वाले दो वर्षो में वर्षा की स्थिति पर राज्य की कृषि विकास दर निर्भर करेगी। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के मध्यवर्ती मूल्यांकन में ये तथ्य सामने आए हैं। मूल्यांकन में बताया गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर दसवीं पंचवर्षीय योजना में कृषि के...
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आंत्रशोथ, डायरिया और मलेरिया से 59 की मृत्यु
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले छह महीने में आंत्रशोथ, डायरिया और मलेरिया से 59 लोगों की मृत्यु हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मार्च माह से लेकर जुलाई की 12 तारीख तक आंत्रशोथ से 52, डायरिया से छह और मलेरिया से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। अधिकारियों ने बताया कि आंत्रशोथ से बिलासपुर जिले में सात, दुर्ग जिले में दो, महासमुंद में...
More »यमुनानगर में बाढ़, कई गांव डूबे
पानीपत। भारी वर्षा के कारण हरियाणा के यमुनानगर जिले में कई छोटी नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने से करीब 60 गांव बाढ़ से घिर गए और सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि डूब गई। जिले के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि छछरौली और बिलासपुर उपमंडलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। यमुनानगर के उपायुक्त अशोक सांगवान ने कहा, 'भारी वर्षा के कारण यमुनानगर में सोम और पथराला...
More »बेहाल बुंदेले बदहाल बुंदेलखंड - 2
सही है कि पूरे बुंदेलखंड में लगभग 2 लाख 80 हजार कुओं में से अधिकतर बेकार पड़ गए हैं - या तो मरम्मत के अभाव में वे गिर गए हैं या वे सूख गए हैं- लेकिन थोड़े-से रुपए खर्च करके उन्हें फिर से उपयोग के लायक बनाया जा सकता है. मगर पंचायतों और अधिकारियों का सारा जोर नए कुएं-तालाब खुदवाने पर अधिक रहता है. एेसा इसलिए होता कि इनमें ठेकेदारों,...
More »बारिश न होने से अन्न उत्पादक राज्यों पर संकट
नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। देश के प्रमुख अन्न उत्पादक राज्यों में मानसून की देरी से संकट के बादल फिर मंडरा रहे हैं। जून का महीना इस क्षेत्र में खेती के लिए खराब साबित हुआ। इस दौरान इतनी बारिश नहीं हुई कि किसान हल चलाने निकल पड़ता। धान, सोयाबीन और मोटे अनाज की खेती वाले प्रमुख अन्न उत्पादक सात राज्यों में जून में 22 से 82 फीसदी तक कम...
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