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बच्चा पढ़ाना है तो पढ़ाओ, फीस इतनी ही रहेगी

जागरण प्रतिनिधि, शिमला : राजधानी शिमला सहित प्रदेशभर के निजी स्कूलों ने फीस में भारी-भरकम बढ़ोतरी कर दी है। इससे पहले बाकायदा स्कूलों की ओर से अभिभावकों के नाम एक सर्कुलर जारी किया गया। इसके अनुसार छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का बहाना लेकर अभिभावकों से सहयोग करने की बात कही गई है। पिछले साल भी निजी स्कूलों ने भारी फीस वृद्धि की थी। अभिभावकों ने आंदोलन किया, लेकिन उन्हें दो-टूक कहा गया कि बच्चों को...

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नए सत्र में बस्ते होंगे और भारी

जयपुर, जासंकें : नए शिक्षा सत्र में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की खैर नहीं। बस्ते में किताबों का बोझ कम करने की राज्य सरकार की मंशा के विपरीत शिक्षा विभाग उन पर तीन पुस्तकों का और भार डालने जा रहा है। अब उन्हें 12 पुस्तकों का अध्ययन कर कक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ेगी। पुस्तकों की बढ़ोतरी पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के उन छात्रों पर की गई है, जिन पर मानसिक...

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बड़े सपनों की पाठशाला का नन्हा हेडमास्टर

  16 साल के बाबर अली का स्कूल बताता है कि बड़े काम बड़ी उम्र के मोहताज नहीं होते. सम्राट चक्रबर्ती की रिपोर्ट(तहलका (हिन्दी) से साभार) प. बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में स्थित बेल्डांगा रेलवे क्रॉसिंग के आस-पास शायद ही ऐसा कुछ हो जो आपको खास लगे. लेकिन कोलकाता से हमारी पांच घंटे की बस यात्रा की मंजिल यहीं थी. मार्क्सवादी सपने दिखानेवाले और शादीशुदा दंपत्तियों की निजी समस्याओं के समाधान...

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महंगा हुआ बच्चों का बस्ता

रांची [सुनील कुमार झा]। महंगाई की मार से बच्चों का बस्ता भी नहीं बच पाया। गत वर्ष की तुलना में किताबों की कीमत में एक दो नहीं बल्कि दस से पंद्रह फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कागज व डीजल की कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी का असर किताबों की कीमत पर भी पड़ा है। रीएडमिशन, डेवलपमेंट फंड, बिल्डिंग फंड समेत कई तरह के अतिरिक्त शुल्क से पहले से ही परेशान अभिभावकों की किताब-कापी की बढ़ी...

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शिक्षा के मंदिर में कमाई की दुकान

नई दिल्ली [हिमांशु शेखर]। देश के ज्यादातर हिस्सों में नर्सरी में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अपने बच्चे के दाखिला के लिए अभिभावक स्कूल-दर-स्कूल भटक रहे हैं। अभिभावक हर हाल में अपने बच्चों को किसी न किसी अच्छे स्कूल में देखना चाहते हैं। यही वजह है कि वे अपने बच्चों के दाखिले के लिए कई-कई स्कूलों में आवेदन कर रहे हैं। अभिभावकों की इसी मजबूरी का फायदा उठाने के लिए निजी स्कूलों ने...

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