वेतन बढ़ोतरी को लेकर सरकार से नाराज चल रहे ग्राम रोजगार सेवकों की हड़ताल से पंचायतों में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। सामूहिक हड़ताल से एक ओर जहां मनरेगा जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं वहीं राज्य सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजनाएं भी ठंडे बस्ते में पड़ती दिख रही है। उधर ग्राम रोजगार सेवकों की सामूहिक हड़ताल को लेकर पंचायत प्रतिनिधि भी विकास कार्य में...
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कम होती बच्चियां- मधु पूर्णिमा किश्वर
लगातार गिरता बाल लिंग अनुपात, खासकर छह साल की उम्र में प्रति 1,000 बालकों की तुलना में गिरती बालिकाओं की संख्या, इसका सुबूत है कि हमारे देश में गर्भस्थ शिशु का लिंग पता करने की दुष्प्रवृत्ति को रोकने से संबंधितकानून कितना लचर है। छह साल तक के आयु वर्ग में बालिकाओं का घटता अनुपात दरअसल कन्या भ्रूणहत्या का नतीजा है, जो गर्भस्थ शिशु के लिंग की जांच का परिणाम है।...
More »दलितों का दर्द- श्योराजसिंह बेचैन
उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न की घटनाएं चर्चा का विषय हैं। बहन मायावती के मुख्यमंत्री काल में इन घटनाओं का होना ज्यादा चिंताजनक है। राहुल गांधी का कहना है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर दलित समस्या का समाधान हो जाएगा। सपा और भाजपा भी दलित समुदाय की बेहतरी के लिए अपनी-अपनी पार्टी का सत्ता में आना जरूरी बता रहे हैं। पर जनता क्या करे? इनमें से कौन-सी पार्टी...
More »इंसानों के नाम नहीं.. यहां जानवरों के नाम है पचास-पचास एकड़ जमीन!
लखनऊ/मैनपुरी। उप्र जमींदारी उन्मूलन और भू-हदबंदी कानून से बचने के लिए बड़े जोतदारों ने अपनी जमीन कुत्ते-बिल्लियों के नाम कर दी और फार्म हाउस भी उनके नाम पर बना दिए, ताकि जमीन बचाई जा सके। सरकार को इनके नाम-पते की जानकारी नहीं है। राज्य सरकार ने इस बारे में आयुक्तों और जिलाधिकारियों से दो साल पहले जानकारी मांगी थी। लेकिन यह अभी तक नहीं मिली है। अब तो सरकार भी बदल...
More »नदी जोड़ो परियोजना पर फिर से बहस तेज
जरूरी है जल प्रबंधन नदियों को जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना पर बेशक कुछ सवाल उठे हों, लेकिन बदलते समय में इसकी महत्ता से इनकार नहीं किया जा सकता। पानी का सवाल इतना बड़ा है कि किसी बड़े कदम से ही समाधान की तरफ बढ़ा जा सकता है। बहुत बारीक तथ्यों और तमाम पहलुओं पर निष्कर्ष के बाद करीब दस वर्ष पहले जो रिपोर्ट तैयार हुई थी, उससे हम उम्मीद कर सकते...
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