बोकारो. चास और बोकारो शहर में इन दिनों पानी का गोरखधंधा जमकर चल रहा है। चास शहर के लगभग सभी मुहल्लों में निकलने वाले खारा पानी से परेशान लोगों का झुकाव फ्रेश पानी की ओर बढ़ रहा है। इसका फायदा पानी बेचने वाले उठा रहे हैं। फ्रेश पानी के नाम पर बोरिंग का पानी बोतलों और जार में भरकर लोगों के घरों में महंगे दाम पर पहुंचा जा रहा है। यह पानी लोगों को...
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इंडिया और भारत के उपभोक्ता- मृणाल पांडेय
उपभोक्तावाद पर कई बेदिमाग टिप्पणियों से यह भी साफ झलकता है कि कई महानगरीय लेखकों की नजर अहं भरी है। उनकी राय है कि गांव या कसबे का बेचारा मनई पूरी तरह बाजार के हाथों की कठपुतली बन नाच रहा है। शहरी बड़े भैया लोगों का यह तर्क आगे जाकर शहरों, खासकर बड़े शहरों के उपभोक्ता को एक अनैतिक उपभोगवादी बाजार बंधु और ग्रामीण मजूर किसानों का खतरनाक वर्ग शत्रु...
More »पंजाब से यूपी तक किसानों की कमाई का जरिया बना पॉपुलर ट्री
अमेरिका से आया पॉपुलर ट्री अब उत्तर भारत में पंजाब के अमृतसर से लेकर उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र बहराइच तक छा गया है। कमाई का मुख्य जरिया होने से किसान इस पेड़ को हाथों-हाथ ले रहे हैं। निजी क्षेत्र भी इस पेड़ के उत्पादन के लिए पीपीपी मोड में उतर गया है। कैश ट्री के तौर पर मशहूर हो चुके इस पेड़ से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में...
More »अमेरिका की बेबस बेटियां- निकोलस क्रिस्टोफ
अगर आप सोचते हैं कि अवैध देह व्यापार के अड्डे सिर्फ नेपाल या थाईलैंड जैसे देशों में ही हैं, तो एक अमेरिकी लड़की की दास्तान आपकी राय बदल सकती है। सबसे पहले ब्रियान्ना यानी उस लड़की को उसके जन्मदिन के लिए हार्दिक बधाई। हाल ही में उसने अपने जीवन का 16वां वसंत देखा है। ब्राइना ने इसी नाम के इस्तेमाल का अनुरोध किया है, क्योंकि उसे डर है कि अगर...
More »जल के निजीकरण के खतरे-निरंकार सिंह
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल ने यह कहकर चौंका दिया है कि सरकार पानी के निजीकरण पर विचार कर रही है। राष्ट्रीय जल नीति इस माह के अंत तक घोषित कर दी जाएगी। बंसल के मुताबिक जल संसाधन मंत्रालय ने जल नीति का मसौदा कई माह पहले तैयार कर लिया था। इस बारे में लगातार विशेषज्ञों और संबंधित लोगों से चर्चा हो रही है। नीति का जो मसौदा...
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