-न्यूजलॉन्ड्री, बंगाल के कूच बिहार क्षेत्र की सीतलकुची विधानसभा के जोरपटकी गांव में मीडिया के खिलाफ ज़बरदस्त गुस्सा है. यहां 10 अप्रैल को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों द्वारा की गई फायरिंग में चार व्यक्ति मारे गए थे, अब उनके परिवार एक बहुत बड़ा आरोप लगा रहे हैं. आरोप यह है कि केंद्र वाहिनी, यानी के केंद्रीय सशस्त्र बल, ने बूथ 126 पर वोट डालने के लिए लाइन में खड़े हुए गांव वालों...
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रिपोर्टर डायरी: मौत की टाइमलाइन- मिनट दर मिनट उखड़ती रहीं सांसें और सोता रहा हमारा सिस्टम
-गांव कनेक्शन, लखनऊ के 65 वर्षीय विनय श्रीवास्तव ट्वीटर पर अपनी थमती सांसों के बारे में मिनट दर मिनट जानकारी देते रहे, मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन हमारा सरकारी सिस्टम उनसे बार-बार पूरी जानकारी मांगता रहा। लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका, अस्पताल में बेड नहीं मिल सका और जानकारी मांगने का सिलसिला उनकी सांसों के साथ थम गया। वरिष्ठ स्वतंत्र पत्रकार विनय श्रीवास्तव बार-बार गिरते ऑक्सीजन लेवल की जानकारी...
More »ये आग कब बुझेगी: पिछले साढ़े 3 महीनों में उत्तराखंड के 2500 हेक्टेयर से अधिक जंगल जलकर हुए खाक
-गांव कनेक्शन, पिछले कई दिनों से उत्तराखंड के जंगलों को आग ने घेर रखा है। आग इतनी ज्यादा है कि इसे बुझाने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है। साथ ही अब तक राज्य सरकार द्वारा मदद मांगे जाने पर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बिगड़ती परिस्थति को देखते हुए एयरफोर्स के दो मिग-17 हेलिकॉप्टर को तैनात किया जा चुका है, जिसके बाद गढ़वाल और कुमाऊं के जंगलों...
More »घुमंतू समुदाय: आशियाने की आस में समाज के हाशिये पर खड़े लोग
-असली भारत, बदलते परिवेश में भी बागड़ी लौहार अपनी परंपरा और संस्कृति को सहेजे हुए हैं। लेकिन आज भी उनके पास रहने के लिए न तो जमीन का टुकड़ा है और न ही सिर पर छत दोपहर के करीबन दो बजे हैं, तेज धूप और धूल भरी गर्म हवा से बचने के लिए गुरजीत तीन बच्चों के साथ अपने झोपड़ीनुमा तम्बू में बैठे हैं। चार साल की लाड्डो मिट्टी के कच्चे फर्श...
More »उत्तराखंड में क्यों धधक रहे हैं जंगल? सारे सवालों के जवाब जानिए
-बीबीसी, उत्तराखंड वन विभाग के अनुसार सोमवार, 5 अप्रैल को प्रदेश के जंगलों में 45 जगह आग लगी हुई है और इससे 68.7 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है. एक अक्टूबर, 2020 से अब तक जंगलों में आग के 667 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे 1359.83 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है. उत्तराखंड के जंगलों में आग हर साल आने वाली ऐसी आपदा है जिसमें इंसानी दखल मुख्य कारण माना जाता है. हर साल...
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