काले धन के खिलाफ एक बड़े कदम के रूप में पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट चलन से बाहर करने के मोदी सरकार के फैसले के विरोध में विपक्षी दल जिस प्रकार संसद के भीतर-बाहर हंगामा कर रहे हैं, वह हैरान करने वाला भी है और भ्रष्टाचार-काले धन के खिलाफ होने के उनके दावे की पोल खोलने वाला भी। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, बसपा और वाम दलों के...
More »SEARCH RESULT
कितना हमला, कितना जुमला!-- अनिल रघुराज
सड़क से संसद तक फैली अशांति के बीच केंद्र सरकार की गति सांप और छछुंदर जैसी हो गयी है. न उगलते बन रहा है और न निगलते. एक मुश्किल सुलझाने निकले तो बड़ी मुसीबत गले पड़ गयी. दरअसल, पिछले महीने दीवाली के चंद दिन पहले ही केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आंकड़ा जारी किया कि देश की 129.5 करोड़ की आबादी में से मात्र 3.65 करोड़ या 2.8 प्रतिशत लोग...
More »बिहार : रुपये के लिए सुबह सात बजे लाइन में लगा, हार्ट अटैक से चली गयी जान!
महम्मदपुर (गोपालगंज) : हृदय रोग से पीड़ित पिता के इलाज के लिए बैंक से रुपये निकालने के लिए हजरत अंसारी अपनी पत्नी नजमा खातून के साथ सोमवार को सुबह सात बजे ही लाइन में लग गये. दोपहर एक बजे तक उनका नंबर भुगतान के लिए नहीं आया, लेकिन इसी बीच उनके सीने में तेज दर्द उठा और वे चीख कर वहीं गिर पड़े. अचेतावस्था में उन्हें पास के एक डॉक्टर...
More »कालेधन पर सरकार का एक और कदम, भारतीय खाताधारकों की जानकारी देगा स्विस बैंक
नई दिल्ली, प्रेट्र। काले धन को लेकर भारत को विदेश में बड़ी सफलता मिली है। स्विट्जरलैंड सितंबर 2019 के बाद स्विस बैंक में भारतीयों के खातों की जानकारी ऑटोमैटिक रूट से साझा करने को तैयार हो गया है। हालांकि स्विस बैंक के पुराने खातों की जानकारी नहीं दी जाएगी। जबकि सितंबर 2019 में भारत को पहली बार जानकारी मिलेगी। भारत और स्विट्जरलैंड के बीच इप्लीमेंटिंग ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फोर्मेशन (एईओआइ) लागू...
More »सरकारी राजस्व का सदुपयोग हो --- डा. भरत झुनझुनवाला
पांच सौ तथा हजार रुपये के नोट बंद करके सरकार ने साहसिक कदम उठाया है. आज देश में बड़े पैमाने पर नकद में धंधा हो रहा है, जिससे टैक्स से बचा जा रहा है. मुझे कभी-कभी हजारों पन्ने फोटोकाॅपी कराने पड़ते हैं. मेरे फोटोकाॅपियर मित्र इसकी रसीद नहीं देते हैं, चूंकि वे कागज को नकद में खरीदते हैं. इस कागज को बनानेवाली फैक्ट्री और बेचनेवाले दुकानदार भी टैक्स नहीं देते...
More »