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गन्नौर में 830 करोड़ से बनेगी फल मंडी

चंडीगढ़,: सोनीपत जिले के गन्नौर में 830 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 537 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में एक अन्तरराष्ट्रीय फल एवं सब्जी मार्केट विकसित की जाएगी। हरियाणा ऐसी मार्केट वाला देश का पहला राज्य होगा। हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड तथा सैमारिस ग्रेसार्ड कन्सल्टेट्स, फ्रांस के बीच बृहस्पतिवार को यहां मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की उपस्थिति में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर हरियाणा राज्य कृषि...

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नाम-काम से तो विशेष मगर हैं बेकदर

नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। आतंकियों की गोली खाने में किसी से पीछे नहीं रहते। इस बात की गवाह है दंतेवाड़ा में शहादत। पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए आंख-कान का काम भी करते हैं। लेकिन सुविधाओं के नाम पर मिलता है मामूली मानदेय का झुनझुना। कहलाते हैं एसपीओ यानी विशेष पुलिस अधिकारी। कई राज्यों में तो वे पहचान के मोहताज होते हैं। जहां की सरकार ज्यादा मेहरबान है, वहां मानदेय के नाम पर तीन हजार...

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दो दशकों की हिंसा में एक लाख अनाथ

श्रीनगर [एशिया डिफेंस न्यूज़ इंटरनेशनल]। संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत बच्चों से संबंधित संस्थान यूनिसेफ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में गत दो दशकों से जारी हिंसा में अनाथ बच्चों की संख्या एक लाख से भी ऊपर पहुंच गई है और उनकी देखरेख के लिए कोई भी महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया गया है। कश्मीर मीडिया नेटवर्क के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत कई संस्थान सक्रिय है जो विभिन्न क्षेत्रों...

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देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने देश के अधिकांश हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान आंधी-तूफान और बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुमानों के मुताबिक देश के पूर्वोत्तर हिस्सों मे तेज बारिश हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और जम्मू एवं कश्मीर में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट बारिश की संभावना जताई गई है। ...

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तारों की ओढ़नी, भूमि का बिछौना

जम्मू [अंचल सिंह]। राज्य में ऐसे परिवारों की कमी नहीं जो तारों की ओढ़नी और भूमि का बिछौना बनाकर सोते हैं। केवल इस आस में कि कभी तो केंद्र की योजनाएं जमीनी स्तह पर पहुंचेंगी और उन्हें भी छत मुहैया होगी, लेकिन गरीबों और उनके आशियाने के बीच 'राजनीतिक पहुंच' आड़े आ रही है। जम्मू-कश्मीर में करीब चार हजार परिवार ऐसे हैं जिनके सिर पर छत नहीं। कोई झोपड़पट्टी में तो कोई खुले में...

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