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दलित विषयक पर सेमिनार में जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल, संजय पासवान ने जबरन दीप जलवाया

'इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इन दलित कास्ट' विषय पर सेमिनार में दीप प्रज्वलन को लेकर हुई रार में संस्थान की छवि हो गयी तार-तार पटना : सामाजिक आर्थिक विषयों पर रिसर्च के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज का परिसर शनिवार को जातीय जंग का अखाड़ा बन गया. 'इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इन दलित कास्ट' विषय पर आधारित एक विशेष सेमिनार में दीप प्रज्वलन को...

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ऐलान: गांव बंद करेंगे पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और यूपी के किसान

किसानों अब अपनी मांग को पूरा करने के लिए एक अलग तरीका अपनाया है। जिससे ना सिर्फ सरकार पर बल्कि आम जनता पर भी इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है। चंडीगढ़ में किसानों ने इकट्ठा होकर 1 से 10 जून कर अपने गांव को सील करने का ऐलान किया है। इस दौरान गांव से बाहर एक भी सामान सप्लाई नहीं किया जाएगा। इतना ही नहीं किसानों ने सब्जियां,...

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श्रमिक वर्ग का सर्वहारा समीकरण-- हरजिंदर

बात लगभग तीन साल पहले की है। न्यूयॉर्क में अमेरिका के लेफ्ट फोरम यानी वाम मंच ने तीन दिन का एक सम्मेलन किया। इसमें दुनिया भर के कई कार्यकर्ता जमा हुए। तमाम विश्वविद्यालयों के कई नामी-गिरामी प्रोफेसर वहां आए। अपनी सोच से दुनिया की एकमात्र वास्तविक व्याख्या का दावा करने वाले ‘फ्री थिंकर' भी वहां भारी संख्या में थे। गायक, कलाकार, रंगमंच के निर्देशक, अभिनेता, कुल मिलाकर बौद्धिक जगत की...

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न्याय की वेदी पर खंड-खंड पाखंड - भवदीप कांग

अपने आश्रम में एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुना दी है। यह वही आसाराम है, जिसका कभी बड़ा रसूख हुआ करता था। अपने इसी रसूख के दम पर उसने एक बार यहां तक कि गुजरात की तत्कालीन मोदी सरकार को गिराने की धमकी भी दे डाली थी। यूं देखा जाए तो राजनीतिक प्रश्रय की वजह से ही कथावाचक आसाराम के...

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कोर्ट ही कोर्ट को बचा सकता है-- प्रो. फैजान मुस्तफा

भारत के विधि आयोग की 195वीं रिपोर्ट के आधार पर प्रस्तावित 'जजेज (इन्क्वाॅयरी) बिल, 2006' का उद्देश्य एक ऐसे न्यायिक मंच की स्थापना करना था, जो जजों के विरुद्ध शिकायतों से निबट सके. चार वरिष्ठ जजों का इसका सदस्य होना था. इसके अंतर्गत यह प्रावधान किया गया था कि जिस मामले में महाभियोग की जरूरत न हो, उसमें चेतावनी, परामर्श, फटकार, न्यायिक कार्यों से अलगाव या निजी या सार्वजनिक...

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