रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में अब जीन साइलेंसिंग तकनीक पर रिसर्च होगा। इस तकनीक के माध्यम से फसलों के हानिकारक टॉक्सिन्स (जहरीले तत्वों) को दूर किया जाएगा। इससे कुछ हानिकारक तत्वों की वजह से अनुपयोगी कही जाने वाली फसलें उपायोगी हो जाएंगी। अभी इस तकनीक का इस्तेमाल कुछ विकसित देशों में हो रहा है। उल्लेखनीय है कि तिवरा (लाखड़ी) सहित कुछ उपयोगी फसलों को उसमें पाए जाने वाले हानिकारक...
More »SEARCH RESULT
श्रमदान से बदल रही दंतेवाड़ा क्षेत्र के बिंजाम गांव की तस्वीर
पिनाकी रंजन दास, दंतेवाड़ा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ने का आह्वान किया था। पीएम के इस आह्वान के बाद स्वच्छता मिशन को लेकर हर तबका जागरूक नजर आ रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री के इस मिशन से बिंजाम गांव की कहानी थोड़ी हटकर है। जिला मुख्यालय से लगभग पांच किमी दूर प्राचीन शिव मंदिर के लिए चर्चित समलूर के...
More »साठ साल लग सकते हैं आरटीआई की अर्जी के जवाब में-- नई रिपोर्ट
अगर आरटीआई की आपकी अर्जी मध्यप्रदेश सूचना आयोग में लंबित है तो फिर आपका धीरज पहाड़ जैसा होना चाहिए ! मामलों के निस्तारण की मौजूदा दर के हिसाब से प्रदेश के आयोग को आपकी अर्जी का निबटारा करने में साठ साल लग जाएंगे। और, अगर आपकी अर्जी विचार के लिए पश्चिम बंगाल के सूचना आयोग के लिए पड़ी है तो फिर आयोग की कछुआ चाल को देखते हुए कहा जा सकता...
More »इंजेक्शन बढ़ा रहे हैं बीमारियां- मदन जैड़ा
अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो जल्दी ठीक होने के लिए डॉक्टर से टेबलेट के बजाय इंजेक्शन लगाने को कहते हैं तो सावधान हो जाएं। भारत में 31% इंजेक्शन रक्त जनित बीमारियां फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। 52% इंजेक्शन बिना जरूरत लगाए जा रहे हैं : देश में 63 प्रतिशत इंजेक्शन अब भी सुरक्षित नहीं हैं। इनमें 52% इंजेक्शन जुकाम, खांसी व डायरिया में लगाए जाते हैं जबकि...
More »आज भी मजबूर हैं बच्चे
बाल श्रम के क्षेत्र में काम करने वाले कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार मिलना देश के लिए गौरव की बात है। पर यह सवाल आज भी उतनी ही शिद्दत से हमारे सामने है कि कब हमारे देश से बाल श्रमिकों का उन्मूलन होगा। हाल ही में राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक चूड़ी कारखाने से बिहार के 140 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया। यह बताता है कि बाल...
More »