क्या यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बात से अनजान थे कि गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चे बड़ी संख्या में मौत के शिकार हो सकते हैं ? नहीं.. यूपी के कुछ जिलों में बच्चों की जानलेवा बीमारी बनकर उभरे जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी और उसकी गंभीरता के बारे में अनजान होने का दावा योगी आदित्यनाथ नहीं कर सकते ! आधिकारिक तौर पर उन्हें कम से कम तीन साल पहले...
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ऐसी क़र्ज़माफ़ी करके योगी सरकार किसानों के जख़्मों पर नमक रगड़ रही है-- कृष्णप्रताप सिंह
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में गत मार्च में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से सत्ता में आई भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार छह महीने की होते-होते ही बुरी तरह हांफने लगेगी, इसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो. लेकिन उसके दुर्भाग्य से इस कल्पनातीत सच्चाई ने, उसके छह महीने पूरे होने से पहले ही ऐसा रूप धर लिया है कि एक के बाद एक बदनामियां...
More »गोरखपुर के बाद बरेली अस्पताल में 1 माह में 26 बच्चों की मौत
बरेली अस्पताल में बीते अगस्त में चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती 26 बच्चों की मौत हो गई। इसमें 8 नवजात थीं और 12 बच्चियों की उम्र 1 माह से 1 साल के बीच की थी। मंगलवार को अस्पताल के सीएमएस ने बच्चों की मौत की रिपोर्ट प्रशासन को भेज दी। गोरखपुर और फर्रुखाबाद में अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद प्रशासन ने जिला अस्पताल से इस मामले में जानकारी मांगी...
More »फर्रुखाबाद अस्पताल में 49 बच्चों की मौत, एफआइआर दर्ज
फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बाद अब फर्रुखाबाद से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत से जुड़ा एक और मामला प्रकाश में आया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फर्रुखाबाद में डॉक्टर राम मनोहर लोहिया जिला अस्पताल में एक महीने में 30 बच्चों की मौत के बाद जिलाधिकारी ने तीन डॉक्टरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवायी है. जानकारी के मुताबिक अस्पताल में पिछले एक महीने में कुल 49 बच्चों...
More »गोरखपुर हादसे से लें सबक-- वरुण गांधी
गोरखपुर के बीआरडी हॉस्पिटल में 7 से 11 अगस्त के बीच साठ बच्चे मर गये. इस झकझोर देनेवाली घटना के लिए कई बातों को जिम्मेदार बताया जा रहा है. खबरों में बताया गया है कि इस अस्पताल में रोजाना इंसेफ्लाइटिलके 200-250 मरीज आ रहे हैं, जिनमें मृत्य दर 7 से 8 फीसदी है. अस्पताल और ऑक्सीजन सप्लायर के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, इधर राप्ती नदी के तट...
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