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ये है हरियाणा की जमीनी हकीकत, आंकडें बयां कर रहे हैं कहानी

करनाल. लाख कोशिशों के बावजूद हरियाणा में लिंगानुपात सुधर नहीं रहा। देश को आजाद हुए 64 साल हो चुके हैं लेकिन आज भी यहां लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले बहुत कम है। विकसित राज्यों में शुमार होने वाले इस प्रदेश में उन्हें बराबर का महत्व नहीं मिलता जबकि कई क्षेत्रों में वह लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदेश में 1000 लड़कों पर सिर्फ 877 लड़कियां हैं। झज्जर जिले में तो यह...

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रंग लाने लगी है आमिर की मुहिम, खाप पंचायतों ने लिया बड़ा फैसला

जींद.समाज के लिए कलंक बनी कन्या भ्रूण हत्या बुराई की रोकथाम के लिए खाप पंचायतें अपना पूर्ण योगदान देंगी।   इस बुराई के खात्मे के लिए सिर्फ हरियाणा ही नहीं उत्तर भारत की खापों को जोड़ा जाएगा, ताकि बेटियों को भी इस धरती पर पैदा होने दिया जाए। बेटी बचाने के अभियान में जुटी बीबीपुर की पंचायत व महिलाएं के समर्थन में खाप पंचायतें आएंगी। इसको लेकर जिला खाप पंचायतों की राय भी...

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रंग लाने लगी बेटी बचाने की मुहिम

झज्जार, जागरण संवाद केंद्र : आखिर रंग लाई जन्म से पहले बेटी को बचाने की हमारी मुहिम। साल 2012 में अप्रैल तक जिले में जन्म लेने वाले बच्चों के बीच लिंगानुपात के आंकड़े अब बदलाव की कहानी बताने लगे है। इसे जागरूकता अभियानों का नतीजा कहें या फिर एक्टिव ट्रेकर का असर। जिले में इस बार जन्मी लड़कियों की संख्या एक नई शुरुआत की दस्तक लगने लगी है। साल 2001 में झज्जार...

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कम होती बच्चियां- मधु पूर्णिमा किश्वर

लगातार गिरता बाल लिंग अनुपात, खासकर छह साल की उम्र में प्रति 1,000 बालकों की तुलना में गिरती बालिकाओं की संख्या, इसका सुबूत है कि हमारे देश में गर्भस्थ शिशु का लिंग पता करने की दुष्प्रवृत्ति को रोकने से संबंधितकानून कितना लचर है। छह साल तक के आयु वर्ग में बालिकाओं का घटता अनुपात दरअसल कन्या भ्रूणहत्या का नतीजा है, जो गर्भस्थ शिशु के लिंग की जांच का परिणाम है।...

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विशेष संपादकीयः सरकार ही भेदभाव करे तो कैसे रुकेगी कन्या भ्रूणहत्या?

पंजाब में पुरुष-स्त्री का अनुपात 1000/893 है। यानि हर 1000 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 893 लड़कियां। विकास और समृद्धि के मामले में अगुआ रहने वाला पंजाब लिंगानुपात में शर्मनाक तरीके से पिछड़ा है। बेटियां जन्म से पहले मार दी जाती हैं। कन्या भ्रूणहत्या पर रोक के लिए सरकार घोषणाएं और योजनाएं लाती हैं पर लड़के-लड़की में भेद की जड़ इतनी गहरी है कि व्यवहार में दिख जाता है। दोनों ने जीत...

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