छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है लेकिन यहां ऐसे समुदाय भी हैं, जो धान की खेती नहीं करते। उनमें से एक समुदाय है पहाड़ी कोरवा। पहाड़ी कोरवा उन आदिम जनजाति में एक है जिनका जीवन पहाड़ों व जंगलों पर निर्भर है। यह आदिवासी पहाड़ों पर ही रहते हैं और इसलिए इन्हें पहाड़ी कोरवा कहते हैं। ये लोग बेंवर खेती करते हैं जिसमें सभी तरह के अनाज एक...
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तंगी से परेशान एक और किसान ने दी जान
घाघरा (गुमला): गुमला के घाघरा थाना क्षेत्र में शिवराजपुर पंचायत स्थित बड़काडीह गांव के किसान बिरसाई उरांव (60) ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. वह आर्थिक तंगी से परेशान था. खेती का मौसम शुरू होते ही वह बैल खरीदने गुमला प्रखंड के पनसो बाजार गया था. पर जोड़ा बैल की कीमत अधिक होने के कारण खरीद नहीं पाया. जवान बेटी की शादी की भी चिंता थी. बिरसाई इस बार...
More »बारिश में जल बचाइए-- रोहित कौशिक
मौसम वैज्ञानिक पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि देश में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मानसून-पूर्व बारिश से भी यही आसार नजर आ रहे हैं कि इस बार मानसून मजबूत रहेगा। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून बहुत ज्यादा मजबूत नहीं रहेगा। बहरहाल, इस बारिश का पूरा फायदा तभी होगा जब हम जल संरक्षण की कोई गंभीर योजना बनाएंगे। कृषि की बढ़ती जरूरतों, ऊर्जा उपभोग,...
More »बारिश में जल बचाइए-- रोहित कौशिक
मौसम वैज्ञानिक पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि देश में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मानसून-पूर्व बारिश से भी यही आसार नजर आ रहे हैं कि इस बार मानसून मजबूत रहेगा। हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मानसून बहुत ज्यादा मजबूत नहीं रहेगा। बहरहाल, इस बारिश का पूरा फायदा तभी होगा जब हम जल संरक्षण की कोई गंभीर योजना बनाएंगे। कृषि की बढ़ती जरूरतों, ऊर्जा उपभोग,...
More »किसानी का तीर्थ बनता तिउसा गांव --- बाबा मायाराम
महाराष्ट्र का एक गांव है तिउसा। यवतमाल से सोलह किलोमीटर दूर। यह गांव किसानों के लिए तीर्थ बन गया है। तीर्थ जहां कुछ अच्छाई है, किसान जहां अपना भविष्य देख रहे हैं। यहां बड़ी संख्या में किसान आ रहे हैं। खेती-किसानी की बारीकियां सीख रहे हैं। यहां के प्रयोगधर्मी किसान सुभाष शर्मा कई मायने में अनूठी खेती कर रहे हैं, जिसे वे सजीव खेती कहते हैं। हाल ही मैं अपने कुछ...
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