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भारत के जाने-माने बाल अधिकार कार्यकर्ता हैं नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी

भारत और पाकिस्तान के दो नागरिकों को संयुक्त रूप से इस बार का शांति का नोबेल पुरस्कार दिया है. भारत से बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी व पाकिस्तान से बच्चों के अधिकारों व तालिबान के खिलाफ संघर्ष करने वाली मलाला युसूजई को एक साथ शांति का नोबेल पुरस्कार इस बार दिया गया है. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर कैलाश सत्यार्थी ने कहा था कि एक चाय बेचने वाला बच्च...

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'बाल-मजदूरी के खात्मे तक करूंगा संघर्ष'- कैलाश सत्यार्थी

नई दिल्‍ली। शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे 'बचपन बचाओ आंदोलन' के संस्‍थापक कैलाश सत्‍यार्थी को वर्ष 2014 का शांति के लिए नोबेल पुरस्‍कार मिलने की उनके स्‍टाफ ने जानकारी दी, तो पहले उन्‍हें विश्‍वास ही नहीं हुआ। फिर अचानक उनके मुंह से निकला, ‘नोबेल पुरस्‍कार'। ये वो पल थे, जब उनकी अांखें पहली बार नम देखी गईं। इससे पहले उनके स्‍टाफ या परिवार के लोगों ने उन्‍हें इतना भावुक नहीं...

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PM करेंगे आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत

नयी दिल्‍ली : नरेंद्र मोदी आज सांसद आदर्श ग्राम योजना का शुभारंभ करेंगे. इस योजना के तहत प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक गांव ककरहिया को गोद लेंगे. प्रधानमंत्री ने लाल किले के प्राचीर से 15 अगस्‍त को इस बात की घोषणा की थी. आज लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर इस योजना का शुभारंभ किया जा रहा है. प्रधानमंत्री 14 अक्‍टूबर को ककरहिया गांव का दौरा भी करेंगे. प्रधानमंत्री...

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बे-कायदा क्यों हों कैदखाने? - गोपालकृष्‍ण गांधी

अदालती फैसलों की कानूनी वजहें होती हैं। अदालतें बहुत सोच-समझकर, ध्यान से, अपने नतीजों पर आती हैं। उन्हें हमें बाइज्जत कुबूल करना चाहिए। उन पर अगर हमें कुछ कहना हो तो वह बहुत समझ-बूझकर, ध्यान से ही कहना चाहिए। वैसा ही इस छोटे-से रिसाले में करना चाहूंगा। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता-जी के 'केस" पर मैं कुछ नहीं कह सकता। अव्वल, मैं उस मामले की तफसीली अंतर्वस्तुओं से वाकिफ ही नहीं। अच्छा ही है!...

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कर्नाटक का बांस अब ग्‍वालियर संभाग में उगेगा

ग्‍वालियर (ब्यूरो)। कर्नाटक का बैम्बू (बांस) अब ग्वालियर संभाग में उगता हुआ नजर आएगा। ए ग्रेड के इस बैम्बू को तैयार होने में मात्र 2 साल का समय लगेगा। करीब 9 मीटर की ऊंचाई तक लंबा होने वाले इस बैम्बू का ग्वालियर संभाग के दतिया जिले में प्लांटेशन किया जा रहा है। आमतौर पर मिलने वाले बैम्बू को पूरा आकार लेने में लगभग 5 से 6 साल का समय लग जाता...

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