इन दिनों किसान अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रहे हैं। एक तरफ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद नहीं हो रही है, किसानों को बोनस नहीं मिल रहा है, तो दूसरी तरफ गेहूं की फसल के लिए खाद-बीज उपलब्ध नहीं हो रहा। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में किसान मंडी और सोसाइटियों के चक्कर काट रहे हैं। जगह-जगह धरना, प्रदर्शन और चक्का-जाम के रूप में उनका असंतोष सामने आ रहा...
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जंगल से सीखें कुपोषण का इलाज- प्रताप सोमवंशी
ओडिशा देश के पिछड़े राज्यों में से एक है। इस राज्य के आदिवासी इलाके अकाल, भुखमरी, कुपोषण के विशेषण को अपनी पहचान के साथ ढोते रहते हैं। इन्हीं आदिवासी इलाकों का एक दूसरा सच भी जान लीजिए- लिविंग फार्म की ओर से दो जिलों के छह गांवों की एक अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक यहां खाने-पीने की 121 चीजें पाई जाती हैं। इनमें 30 किस्म के मशरूम, जिसे स्थानीय बोली में...
More »बढ़ रही है कर्जदार किसानों की तादाद- एनएसएसओ
विकास के बहुमुखी हल्ले के बीच कृषि-संकट जारी है। तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र से रह-रह कर आ रही किसान-आत्महत्याओं की खबरों के बीच राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण(एनएसएसओ) द्वारा इस माह जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 52 फीसदी खेतिहर परिवार कर्ज में डूबे हैं। रिपोर्ट में का यह तथ्य जुलाई 2012 से जून 2013 के बीच की स्थिति के बारे में है।(देखें नीचे दी गई लिंक) तकरीबन साढ़े...
More »छत्तीसगढ़ : बस्तर के धान की होगी जीन मैपिंग
नारायणपुर(ब्यूरो)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के देश में शामिल 12 हॉट स्पॉट्स में बस्तर भी है और यहां की जैव विविधिता को देखते वैज्ञानिक नई किस्मों के बीजों की खोज कर रहे हैं। यदि बस्तर के किसानों की ओर से दिए गए बीज खरे पाए जाते हैं तो इनकी जीन मैपिंग होगी और किसानों को इसकी रायल्टी मिलती रहेगी। ऐसा बौद्घिक संपदा की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। इसी...
More »ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण गरीबी से लड़ाई पड़ सकती है कमजोर: विश्व बैंक
विश्व बैंक ने एक रिपोर्ट के जरिए चेतावनी देते हुए कहा है कि जलवायु परिवर्तन विश्व भर में गरीबी को हराने के लिए किए जा रहे प्रयासों को कमजोर कर सकता है। ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रभाव पर आई इस नई रिपोर्ट में बैंक ने कहा कि तापमान में तेज वृद्धि के कारण कई इलाकों में फसलों के उत्पादन और जल आपूर्ति में भारी कमी आएगी और यह...
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