हरेकृष्ण दुबोलिया, भोपाल। प्रदेश सरकार में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग राज्यमंत्री संजय पाठक देश के अमीर मंत्रियों की फेहरिस्त में पांचवें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 141 करोड़ रुपए से अधिक (1 अरब, 41 करोड़, 51 लाख, 97 हजार 527 रुपए) है। इसमें 83 करोड़ चल और 58 करोड़ की अचल संपत्ति है। चौंकाने वाली बात ये भी है कि वे देश के दूसरे सबसे बड़े कर्जदार मंत्री भी...
More »SEARCH RESULT
कहर ना बन जाए कुदरत की सौगात - मृणाल पांडे
भरपूर मानसून का आना शहर और गांव हर कहीं खुशी का माहौल रचता है। पर इधर जब से नगर, महानगर में और कुछ चुनिंदा शहर स्मार्ट सिटी में बदलने शुरू हुए हैं, बरसात की खुली झड़ी हर शहर, हर कस्बे पर एक आफत बनकर बरसती है। सड़कों पर उफनते नालों-सीवरों का भलभलाकर उलट आना, भारीभरकम जाम, घरों के भीतर घुसे पानी से जान-माल की तबाही, यह हमने गए सालों में...
More »फसल का नहीं खेती का बीमा हो!-- बिभाष
खेती की जब बात आती है, तो सभी आकाश की ओर ताकते हैं. अगर माॅनसून का समय और उसकी मात्रा उचित या पर्याप्त नहीं है, तो राजनीति की गति और दिशा दोनों बदल जाती है. बजट से लेकर बाजार तक सब आकाश ही निहारते हैं. कृषि में जोखिम प्रबंध बहुत ही कमजोर है. हरित क्रांति का चाहे जिस तरह से विश्लेषण या आलोचना करें, लेकिन उसने हमारी कृषि को तात्कालिक...
More »तेल की गिरती कीमतों से खाड़ी देशों में भारतीयों की नौकरी पर खतरा
नई दिल्ली। सऊदी अरब में फंसे 10 हजार भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने अपनी कोशिशों को तेज कर दिया है। मगर, इस बीच सरकार के सामने एक और बड़ी गंभीर समस्या खड़ी है। तेल की गिरती कीमतों के कारण खाड़ी देशों में रह रहे प्रवासी भारतीय बड़ी संख्या में बेरोजगार हो रहे हैं। खाड़ी देशों से भारत में धन भेजने के मामले में साल 2015-16 में 2.2 फीसद की...
More »खाड़ी देश में फंसे प्रवासियों की पीड़ा - रहीस सिंह
कभी-कभी दो परस्पर विरोधी स्थितियां जब सामने आती हैं, तो वे संशय पैदा करने के साथ काफी हद तक हमें असहज भी बना जाती हैं। इन स्थितियों को देख एक आम प्रश्न मन में उठता है कि यदि हम दुनिया की सबसे चमकदार अर्थव्यवस्था बन रहे हैं तो फिर हमारे युवाओं को काम के लिए दूसरे देशों में खाक छानने की जरूरत क्यों पड़ रही है? दूसरा सवाल यह कि...
More »