SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 576

ग्रामीण महिलाओं ने जाना मनरेगा का महत्व

केन्द्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार क्षेत्रीय निदेशालय जमशेदपुर की ओर से हलुदबनी में चल रहा दो दिवसीय मनरेगा शिविर संपन्न हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र की महिलाओं को मनरेगा के महत्व के बारे में बताया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जिला परिषद सदस्य राजकुमार सिंह ने कहा कि मनरेगा एक लोक कल्याणकारी योजना है। इस योजना के आने से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले...

More »

जनवरी में मुद्रास्फीति दर रही 7.6 फीसदी

नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को पहली बार देशव्यापी खुदरा मूल्य सूचकांकों के आधार पर मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक मुद्रास्फीति जनवरी 2012 में 7.65 प्रतिशत रही। गौरतलब है कि जनवरी में जहा खाद्य एवं पेय पदार्थो की औसत कीमत पिछले वर्ष जनवरी की तुलना में 4.11 प्रतिशत बढ़ी वहीं ईंधन और बिजली एवं कपड़ा तथा जूता-चप्पल संबंधित क्षेत्र में मुद्रास्फीति दोहरे अंक में रही। कुल...

More »

वित्तमंत्री की नींद क्यों उड़ी है- आनंद प्रधान

जनसत्ता 15 फरवरी, 2012 : वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की नींद उड़ गई है। उनका कहना है कि जब भी वे सब्सिडी के बढ़ते बोझ के बारे में सोचते हैं, उनकी रातों की नींद उड़ जाती है। असल में, वित्तमंत्री ने चालू वित्तीय वर्ष के बजट में विभिन्न मदों (खासकर खाद्य, उर्वरक और पेट्रोलियम) में कुल 1.43 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी का अनुमान लगाया था, लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, इसमें लगभग एक लाख...

More »

मौजूदा श्रमकानूनों की समीक्षा की जरूरत: मनमोहन

नई दिल्ली, 14 फरवरी (एजेंसी) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि  बाजार के मौजूदा नियामकीय ढांचे की समीक्षा की जरूरत है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं वह श्रम कल्याण में बिना किसी वास्तविक योगदान के विकास, रोजगार वृद्धि तथा उद्योगों की राह में आड़े तो नहीं आ रहा है। सिंह ने कहा, ‘‘ हालांकि हमारी सरकार अपने कर्मचारियोंं के हितों की रक्षा को लेकर प्रति प्रतिबद्ध...

More »

पूंजी के प्रतीकों पर प्रश्नचिह्न् : केविन रैफर्टी

जरूरत है.. जरूरत है.. जरूरत है.. 60 करोड़ नए जॉब्स की जरूरत है। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन (आईएलओ) की जनवरी 2012 की रिपोर्ट की यह हैडलाइन पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी की तरह है। रिपोर्ट कहती है कि अगले एक दशक में 60 करोड़ नए उत्पादक जॉब सृजित करने की आसन्न चुनौती का सामना करने के लिए दुनिया को अब कमर कस लेनी चाहिए। प्रेस और बीबीसी ने इस...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close