अतरी (गया)। खरौना गांव में 10 दिन बाद मंगलवार को मातम था। मूर्ति देवी की मौत पर परिवार सहित कई ग्रामीण दशकर्म के लिए गांव के बाहर जुटे थे। जहां एकता परिषद के चार सदस्य उनके मातम में सहभागी थी। इन दस दिनों के बीच खरौना गांव में प्रशासन ने लगभग सभी गरीब परिवारों के बीच अनाज के कुछ दाने पहुंचा ही दिये। जिला मुख्यालय गया से 30 किमी दूर...
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बटाईदारी बिल नहीं होगा लागू
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की हाल की दिनचर्या पर जबर्दस्त अंदाज में प्रहार किया। अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा-'बड़े भाई को तो कुछ काम रह नहीं गया है। सुबह-सुबह राजपूत और भूमिहार जाति के गांवों में लोगों को फोन कर कह रहे हैं कि देख लिया न नीतीश कैसे छीन रहा है आपकी जमीन। अभी नहीं तो चुनाव के...
More »का बरसा जब कृषि सुखाने...
कहावत है कि का बरसा जब कृषि सुखाने और इस कहावत से सीख लेते हुए मानसून की पिछात बारिश में मारे खुशी के फूलकर कुप्पा होने से पहले यह सोचना जरुरी है कि आखिर नुकसान कितना हो चुका है। नुकसान हुआ है और भरपूर हुआ है। देश के खेतिहर इलाके के ६० फीसदी हिस्से पर, खासकर उत्तर-पश्चिमी हिस्से में, इस बार रबी की फसल नहीं काटी जा सकेगी और ये...
More »भुखमरी-एक आकलन
खास बात - साल 1990 में भारत का जीएचआई अंक 32.6 था, साल 1995 में यह अंक 27.1, साल 2000 में 24.8, साल 2005 में 24.0 तथा साल 2013 में 21.3 था। साल 2013 में भारत का जीएचआई अंक(21.3) चीन (5.5), श्रीलंका (15.6), नेपाल (17.3), पाकिस्तान (19.3) और बांग्लादेश (19.4) से बदतर है।@ -साल १९८३ में देश के ग्रामीण अंचलों में प्रति व्यक्ति प्रति दिन औसत कैलोरी उपभोग २३०९ किलो कैलोरी का था जो साल १९९८ में घटकर २०१०...
More »भोजन का अधिकार
खास बात · खाद्य सुरक्षा विधेयक में कहा गया है कि देश के ग्रामीण क्षेत्र के 75 फीसदी और शहरी क्षेत्र के 50 फीसदी लोगों को खाद्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इस आबादी का वर्गीकरण दो कोटिय़ों- प्राथमिक(priority) और सामान्य(general)- के रुप में किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र से 46 फीसदी लोगों को प्राथमिक वर्ग में रखा जाएगा जबकि शहरी क्षेत्र से 28 फीसदी लोगों को। बाकी जन दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य वर्ग में माने जायेंगे। विधेयक के...
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