डाउन टू अर्थ, 21 मार्च जैसे ही सर्दी शुरू हुई, जहरीले वायु प्रदूषण के बढ़ने से एक बार फिर लोगों के स्वास्थ्य पर असर डाला। सितंबर-अक्टूबर में कम बारिश और सर्दी के पूरे मौसम में धीमी हवाओं जैसे मौसम संबंधी कारकों के कारण वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई। दिल्ली स्थित थिंक टैंक सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने सर्दियों की वायु गुणवत्ता की समीक्षा के बाद रिपोर्ट जारी की है। जिसमें काफी...
More »SEARCH RESULT
दिल्ली की बाढ़ एक मानव जनित त्रासदी
डाउन टू अर्थ, 18 जुलाई यह जान लेना आवश्यक है कि नदी पानी के लिए एक पाइप लाइन नहीं है। ना ही रेत बोल्डर जैसे निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने की जगह है। और ना ही बोतलबंद पानी का स्रोत मात्र है। नदी एक जीवित प्रणाली है एवं इसके साथ उचित व्यवहार एवं आदर की आवश्यकता है। नदी के अलग-अलग व्यवहारिक क्षेत्र होते हैं- नदी चैनल- जो निरंतर बहाव में रहता है। तटवर्ती...
More »वायु प्रदूषण के मामले में भारत से आगे पाकिस्तान, लाहौर है दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर
डाउन टू अर्थ, 16 मार्च वायु प्रदूषण के मामले में पाकिस्तान ने भारत से बाजी मार ली है। पता चला है कि 2022 में पाकिस्तान में पीएम 2.5 का औसत स्तर 70.9 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया था, जो उसे दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश बनाता है। वहीं यदि भारत की बात करें तो 53.3 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ भारत इस लिस्ट में आठवें स्थान पर है।...
More »एकजुट होकर ही वायु प्रदूषण के खिलाफ जंग जीत सकता है दक्षिण एशिया
द थर्ड पोल, 21 फरवरी वायु प्रदूषण पर विश्व बैंक की एक नई रिपोर्ट जारी होने के मौके पर पिछले दिनों नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक बैठक हुई। इस अवसर पर, आईसीआईएमओडी के डायरेक्टर जनरल, पेमा ग्यामत्सो ने कहा कि इस कमरे में बैठे वे लोग हाथ उठाएं, जिन्होंने काठमांडू के रास्ते में माउंट एवरेस्ट की चोटी को वाकई में देखा हो। अफ़सोस की बात यह है कि एक भी व्यक्ति...
More »विचार: एकजुट होकर ही वायु प्रदूषण के खिलाफ जंग जीत सकता है दक्षिण एशिया
द थर्ड पोल, 9 फरवरी वायु प्रदूषण पर विश्व बैंक की एक नई रिपोर्ट जारी होने के मौके पर पिछले दिनों नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक बैठक हुई। इस अवसर पर, आईसीआईएमओडी के डायरेक्टर जनरल, पेमा ग्यामत्सो ने कहा कि इस कमरे में बैठे वे लोग हाथ उठाएं, जिन्होंने काठमांडू के रास्ते में माउंट एवरेस्ट की चोटी को वाकई में देखा हो। अफ़सोस की बात यह है कि एक भी व्यक्ति...
More »