Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 150
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Deprecated (16384): The ArrayAccess methods will be removed in 4.0.0.Use getParam(), getData() and getQuery() instead. - /home/brlfuser/public_html/src/Controller/ArtileDetailController.php, line: 151
 You can disable deprecation warnings by setting `Error.errorLevel` to `E_ALL & ~E_USER_DEPRECATED` in your config/app.php. [CORE/src/Core/functions.php, line 311]
Warning (512): Unable to emit headers. Headers sent in file=/home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php line=853 [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 48]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 148]
Warning (2): Cannot modify header information - headers already sent by (output started at /home/brlfuser/public_html/vendor/cakephp/cakephp/src/Error/Debugger.php:853) [CORE/src/Http/ResponseEmitter.php, line 181]
न्यूज क्लिपिंग्स् | इस बार के बजट ने आयकर को सरल बनाया है या और जटिल कर दिया है?

इस बार के बजट ने आयकर को सरल बनाया है या और जटिल कर दिया है?

Share this article Share this article
published Published on Feb 3, 2020   modified Modified on Feb 3, 2020
-सत्याग्रह
बजट की चर्चाओं में आयकर सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली चीज होती है. शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लंबे बजट भाषण के बाद भी ऐसा ही हो रहा है. लेकिन यह चर्चा उससे अलग है जो आम तौर पर आम बजट से पहले या बाद में होती है. अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने आयकर को लेकर जो प्रस्ताव पेश किए वे एक तरह से चौंकाने वाले हैं. आयकर के स्लैब में बदलाव एक पुरानी मांग थी. वित्त मंत्री ने इस बार इनमें बदलाव की घोषणा की है. लेकिन इसके साथ यह शर्त भी जोड़ दी है कि इस नई व्यवस्था में आप किसी तरह की छूट का लाभ नहीं ले सकते. अगर आप छूट चाहते हैं तो आपको पुरानी दरों से ही आयकर चुकाना पड़ेगा. फिलहाल इसे लेकर सुर्खियां कुछ इस तरह की हैं कि ‘मध्यम वर्ग को आयकर में बड़ी राहत’, ‘आयकर की व्यवस्था को सरल किया गया’. अगर बहुत गहराई में गए बिना सिर्फ नए टैक्स स्लैब की दरों को देखें तो ऐसा लगता भी है. लेकिन, सरकार ने आयकर भरने की यह जो दोहरी व्यवस्था की है, वह क्या वाकई उतनी ही सीधी और सरल है जितनी उसे हेडलाइंस में बताया जा रहा है. इस सवाल का जवाब बेहद जटिल है.

पहले तो यह समझ लेते हैं कि वित्त मंत्री ने बजट भाषण में आयकर को लेकर क्या प्रस्ताव किए हैं. वित्त मंत्री ने आयकर के नए टैक्स स्लैब की घोषणा करते हुए कहा कि पांच लाख रूपये तक की आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं देय होगा. 5 -7.5 लाख रूपये की आय पर कर की दर 20 से घटाकर 10 फीसद करने की घोषणा की गई है. 7.5 से 10 लाख रुपये की कमाई पर कर की दर 20 के स्थान पर 15 फीसद होगी. 10 से 12.5 लाख रूपये पर 30 के स्थान पर 20. और इसी तरह 12.5 से 15 लाख की कमाई पर भी आयकर की दर 30 से घटाकर 25 फीसद कर दी गई है. 15 लाख से ऊपर की कमाई पर टैक्स की दर पहले जैसे ही 30 फीसद रखी गई है. लेकिन, आयकर की इन नई स्लैब्स के साथ एक शर्त यह भी रखी गई है कि इसमें किसी किस्म की छूट का दावा नहीं कर सकते. यानी नए स्लैब का लाभ उठाने के लिए बीमा, निवेश, घर का किराया, बच्चों की स्कूल फीस आदि जैसे मदों के एवज में इन्कम टैक्स में मिलने वाली छूट को छोड़ना होगा. पहले टैक्स भरते हुए इन सभी चीज़ों की जानकारी देने पर टैक्स में छूट मिला करती थी.

पूरा लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.


अनुराग शुक्ला, https://satyagrah.scroll.in/article/134122/budget-aaykar-saral-ya-jatil


Related Articles

 

Write Comments

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close