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न्यूज क्लिपिंग्स् | कृषि अधिकारी ने बेच दिया किसानों का एक ट्रक चना

कृषि अधिकारी ने बेच दिया किसानों का एक ट्रक चना

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published Published on Jan 21, 2017   modified Modified on Jan 21, 2017

तखतपुर विकासखंड में प्रदर्शन के लिए किसानों को बीज बांटने एक ट्रक चना आया था। उसे कृषि विभाग के अधिकारियों ने व्यापारियों के पास बेच दिया। वहीं उसके रखरखाव व खाद के पैसे भी हजम कर गए। जिला पंचायत की सामान्य सभा में यह मामला सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

 

जिला पंचायत की सामान्य सभा शुक्रवार को हुई। इस दौरान तखतपुर क्षेत्र से सदस्य जितेंद्र पांडेय ने कृषि अधिकारियों पर प्रदर्शन के लिए आए सभी चने को बेचने का आरोप लगाया। फिर इस मामले को लेकर उन्होंने बैठक में उपस्थित सहायक संचालक कृषि अनिल कौशिक को घेर लिया। उनके आरोप के बाद जिला पंचायत सीईओ ने कृषि अधिकारी को जिले में ग्रामवार उन किसानों का नाम देने के लिए कहा है जिन्हें मुफ्त में बीज बांटा गया है। इसके बाद जिला पंचायत के अधिकारी, कृषि अधिकारी और जिला पंचायत सदस्य मिलकर उसकी जांच करेंगे।

 

इस तरह हुई बहस-

0 जितेंद्र पांडेय-तखतपुर में किसानों को बांटने के लिए कितना चना बीज आया। उसे किस गांव में बांटा गया?

0अनिल कौशिक-ब्लाकवार जानकारी नहीं है अभी मेरे पास।

0जितेंद्र पांडेय-जानकारी मेरे पास है सीईओ साहब। एक ट्रक चना आया था किसानों को बांटने के लिए। ये लोग बेचकर खा गए हैं।

0अनिल कौशिक-वह भंडारण के लिए नहीं, प्रदर्शन के लिए आया था।

0जितेंद्र पांडेय-प्रदर्शन के लिए किसानों को खाद आदि का पैसा भी दिया जाता है। मतलब बीज के साथ आए पैसे भी हजम कर लिए।

0अनिल कौशिक-ऐसा नहीं है।

0 जिपं सीईओ- तुम बैठक में आए हो, बताओ कहां बीज बांट आए?

0 जितेंद्र पांडेय- पांच गांवों का नाम बताओ, अभी जांच कराइए सभी साफ हो जाएगा।

0 विधायक प्रतिनिधि मनोज गुप्ता- एक जगह ही क्यों, सभी जगह की जांच कराओ। किसानों का बीज इन लोग कहां किए?

0 सीईओ- हम आदमी भेजकर जांच करा लेंगे। तुम बताओ किस गांव में चना बीज बांटा है?

0 अनिल कौशिक- अभी जानकारी नहीं है सर।

0 सीईओ-तुम कौन हो। किसी चीज की जानकारी नहीं है तो बैठक में क्या लेकर आए हो।

0अनिल कौशिक- सहायक संचालक हूं।

0 सीईओ- पूरे जिले में कितना चना बीज, किस गांव में किस किसान को दिए हो। इसकी जानकारी उपलब्ध कराओ। क्षेत्र के अनुसार जिला पंचायत सदस्यों को उसकी सूची दी जाएगी। इसके बाद जिला पंचायत व कृषि विभाग के अधिकारी और जिला पंचायत सदस्य खुद जाकर सत्यापन करेंगे।

0 जितेंद्र पांडेय- सूची कितने दिन में दोगे?

0 सीईओ- चार दिन का समय दे रहे हैं। इसके बाद सभी जगह जांच कराएंगे।

 

निंदा प्रस्ताव पास करते ही बैठक में आए 3 डीएफओ

 

जिला पंचायत की पिछली बैठकों में लगातार अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव पास किया था। इसकी जानकारी शासन स्तर पर होते ही शुक्रवार की बैठक में मरवाही डीएफओ अनुराग श्रीवास्तव, बिलासपुर डीएफओ एसके पैंकरा और सामाजिक वानिकी के डीएफओ डीपी साहू एक साथ पहुंचे। ये तीनों अनुपस्थित रहने वालों में शामिल थे। उन्हें जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि पिछले एक साल से एक भी बैठक में नहीं आए। ऐसा कभी-कभी चलता है। आगे से बैठकों में आएं और सदस्यों द्वारा उठाई गई समस्याओं का निराकरण भी कराएं।

 

बाम्हू की शराब दुकान कब बंद होगी

जिला पंचायत सदस्य रमेश कौशिक बैठक शुरू होते ही आबकारी अधिकारी को खोज रहे थे। करीब आधे घंटे बाद विभाग का एक अधिकारी पहुंचा। उन्हें जब श्री कौशिक ने पूछा कि बाम्हू की अवैध शराब दुकान कब हटेगी तो वे बगलें झांकने लगे। उन्होंने बताया कि उनके पास वैध शराब दुकानों की सूची है। अवैध शराब दुकान के संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। सदस्य श्री कौशिक ने नाराजगी जताई तो आबकारी अधिकारी ने बताया कि वे सहायक आबकारी अधिकारी हैं और डिस्टलरी में पदस्थ हैं। अवैध शराब दुकान से उनका लेना-देना नहीं है। इस पर अगली बैठक में सभी ने आबकारी विभाग की खबर लेने का निर्णय लिया है।

 

निकाला बाहर

सदस्यों ने बैठक में आए खाद्य विभाग के कर्मचारी मनीष से पूछा कि ग्रामीण क्षेत्रों में नए राशन कार्ड के तहत लोगों के नाम क्यों नहीं जुड़ रहे हैं। इस पर उसने शहर का काम देखने की जानकारी दी। इस पर जिला पंचायत सदस्यों ने उसे बैठक से बाहर निकाल दिया।

 


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