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न्यूज क्लिपिंग्स् | धरती से 60 करोड़ लोगों का वजूद मिटने की रफ्तार बढ़ी, 21वीं सदी तक आएगा खतरा

धरती से 60 करोड़ लोगों का वजूद मिटने की रफ्तार बढ़ी, 21वीं सदी तक आएगा खतरा

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published Published on Jun 21, 2011   modified Modified on Jun 21, 2011

लंदन. दुनिया की 60 करोड़ की आबादी का वजूद 21 वीं सदी की शुरुआत तक मिट सकता है। इसकी वजह है ग्लोबल वॉर्मिंग (धरती का बढ़ता तापमान)। ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते इस समय समुद्र का स्तर पिछले 2,100  सालों में सबसे ज़्यादा तेजी से बढ़ रहा है और 21 वीं सदी तक समुद्र में पानी का स्तर 190 सेंटी मीटर तक बढ़ने की आशंका है। वैज्ञानिकों का दावा है कि समुद्र का स्तर 50 सेंटी मीटर बढ़ने से ही दुनिया के 60 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं।  
समुद्र में पानी के बढ़ते स्तर पर अध्ययन से जुड़ी एक रिपोर्ट ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में छपा है। रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम में शामिल प्रोफेसर स्टीफन रमस्टॉर्फ का कहना है कि हमारी स्टडी और अनुमान के मुताबिक सन 1990 से सन 2100 के बीच समुद्र का स्तर 75-190 सेंटी मीटर तक बढ़ जाएगा। अमेरिका के उत्तरी कैरोलाइना में किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि समुद्र में पानी का स्तर हर साल 2 मिली मीटर के हिसाब से बढ़ रहा है। ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में छपी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईसा पूर्व सन 200 से सन 1,000 एडी तक समुद्र के स्तर में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई थी। लेकिन इसके बाद समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी हुई।
उधर, जॉन चर्च नाम के वैज्ञानिक ने समुद्र के स्तर में बढ़ोतरी का इंसानों पर असर को लेकर एक स्टडी की थी। इस स्टडी के मुताबिक समुद्र के स्तर में 50 सेंटी मीटर की बढ़ोतरी दुनिया की दस फीसदी आबादी के वजूद पर संकट खड़ा करने के लिए काफी है। जॉन का कहना है कि दुनिया के करीब 60 करोड़ लोग धरती के निचले इलाकों में रहते हैं। समुद्र का स्तर बढ़ने से इनके जीवन पर सबसे पहले संकट आने की आशंका है।  
इन अध्ययनों से साफ है कि 21 वीं सदी तक धरती के निचले इलाकों में रहने वाली आबादी के वजूद पर गंभीर संकट है।   पेनसिलवेनिया यूनिवर्सिटी में सी लेवल रिसर्च लेबोरेटरी के निदेशक बेंजामिन हॉर्टन का कहना है कि समुद्र में पानी का स्तर बढ़ना मौसम में बदलाव का नतीजा है क्योंकि बढ़ते तापमान के चलते धरती पर मौजूद बर्फ पिघल रही है समुद्र का पानी गर्म हो रहा है।

मालदीव के वजूद पर संकट
भारत के पड़ोस में मौजूद मालदीव के वजूद पर ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते गंभीर संकट है। मालदीव में सरकारी एजेंसियां इस नतीजे पर पहुंची हैं कि वहां समुद्र का स्तर 0.9 सेंटी मीटर की दर से हर साल बढ़ रहा है। 1,200 द्वीपों के इस देश में 80 फीसदी द्वीप समुद्र स्तर से एक मीटर की ही ऊंचाई पर ही मौजूद हैं। ऐसे में अगले 100 सालों में ही मालदीव के 3.60 लाख लोग इस देश को छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।


http://www.bhaskar.com/article/INT-sea-levels-rising-at-fastest-rate-in-2000-years-2207005.html?HT3=


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