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न्यूज क्लिपिंग्स् | बैनगंगा नदी पर बना एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध

बैनगंगा नदी पर बना एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध

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published Published on Feb 8, 2016   modified Modified on Feb 8, 2016
सिवनी (ब्यूरो)। भीमगढ़ में बैनगंगा नदी पर बना एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी के बांध का विहंगम सौंदर्य सैलानियों को लुभाएगा। मप्र पर्यटन विकास निगम ने जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर छपारा के भीमगढ़ रेस्ट हाउस में पर्यटन की संभावनाएं टटोलीं। अफसरों ने जनवरी में संजय सरोवर बांध के साथ-साथ भीमगढ़ गांव की पहाड़ी पर बने सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस का जायजा लिया।

बांध के गेट से कई मीटर ऊंचाई पर स्थित करीब दो हेक्टेयर पहाड़ी में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं अधिकारियों को नजर आ रही है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों के लिहाज से विकसित करने का प्रस्ताव अफसरों ने भेजा है। एमपी टूरिज्म से प्रस्ताव को स्वीकृति मिली, तो जल्द ही भीमगढ़ बांध पर्यटन विभाग के नक्शे में दिखाई देगा।

कलेक्टर की अनुशंसा पूर्व कलेक्टर भरत यादव ने सिंचाई विभाग के आधीन भीमगढ़ रेस्ट हाउस को पर्यटन निगम में शामिल करने की अनुशंसा की थी। इस पर टूरिज्म अधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण किया। पहले से बने सिंचाई विभाग के रेस्ट हाउस व आवागमन के लिए मौजूद सड़क व अन्य व्यवस्थाओं को देखा। सिंचाई विभाग ने रेस्ट हाउस व आवश्यक जमीन एमपी टूरिज्म को देने की तैयारी भी कर रखी है।

खूबसूरत नजारा बांध के आसपास का नजारा काफी खूबसूरत है। इसके चलते बड़ी संख्या में स्थानीय व आसपास के लोग यहां पिकनिक मनाने आते है। जर्जर रेस्ट हाऊस टूरिजम अफसरों ने बताया जलसंसाधन विभाग का भीमगढ़ रेस्ट हाऊस जर्जर स्थित में है। इस रेस्ट हाऊस में मात्र चार कमरे हैं जो टूरिस्टों के लिए पर्याप्त नहीं है। सैलानियों के हिसाब से यहां आवासों का निर्माण कराना होगा।

इसके अलावा नौका विाहर एवं अन्य जरूरी कदम उठाने के बाद भीमगढ़ में पर्यटन को विकसित किया जा सकेगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों से स्वीकृति मांगी गई है। करीब एक सप्ताह पहले प्रस्ताव मुख्यालय भोपाल भेज दिया गया है। अभी वहां से किसी तरह की स्वीकृति अथवा आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। अथाह पानी में होगी वोटिंग सैलानियों को आकर्षित करने कई निर्माण कार्य एमपी टूरिज्म को कराने पड़ेंगे।

बांध के अथाह पानी में वोटिंग व अन्य एडवेंचर शुरू किए जायेंगे। इसके अलावा रेस्ट हाउस से बांध तक पहुंचने वाली सड़कों को चौड़ी करने की जरूरत भी पड़ेगी। पर्यटक में शामिल होने से क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे।

इनका कहना है

एमपी टूरिज्म के अधिकारियों ने भीमगढ़ डेम का निरीक्षण किया है। विभाग ने रेस्ट हाउस व अन्य जमीन हस्तांतरित करने की तैयारी कर ली है। पर्यटन में शामिल होने पर एमपी टूरिज्म को हस्तांतरित कर दिया जायेगा।

सुनील व्यास, कार्यपालन यंत्री सिंचाई विभाग भीमगढ़ बांध, केवलारी संभाग

भीमगढ़ में पर्यटन की संभावना और निर्माण कार्य की जरूरत को निरीक्षण के दौरान देखा गया है। उपलब्ध संसाधनों की जानकारी एमपी टूरिज्म के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। स्वीकृति मिलने पर भीमगढ़ बांध के रेस्ट हाउस को पर्यटकों के मुताबिक विकसित करने सर्वे कराया जाएगा।

दीपक दबे, असिस्टेंट इंजीनियर, एमपी टूरिज्म क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर

 


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