विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने शुक्रवार को कहा कि वर्ष 2015 के बीते 136 वर्षों का सबसे गर्म साल बनने की संभावना है क्योंकि पहले नौ महीनों ने गर्मी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। डब्ल्यूएमओ प्रवक्ता क्लैरे नुलिस ने कहा कि फिलहाल अभी हम यह पूरे भरोसे के साथ नहीं कह सकते कि 2015 रिकॉर्ड में सबसे गर्म साल होगा क्योंकि यह साल अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन...
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धरती पर होगा ऑक्सीजन संकट!
ग्लोबल वार्मिंग से बढ़ रहे खतरे और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों ने भविष्य के लिए नये सवाल खड़े कर दिये हैं. इससे बाढ़, सूखा, तूफान और पिघलती बर्फ के अलावा आॅक्सीजन की कमी भी हो सकती है. ‘साइंस डेली' के मुताबिक, ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी आॅफ लीसेस्टर के एप्लाइड मैथेमैटिक्स के प्रोफेसर सरगेइ पेट्रोव्स्की के नेतृत्व में इस संबंध में एक नया शोध किया गया है. उनका कहना है कि उन्होंने ग्लोबल...
More »पर्यावरण के नजरिए से आहार- रमेश कुमार दुबे
अगर गोमांस (बीफ) के बढ़ते इस्तेमाल को पर्यावरण की दृष्टि से देखा जाए तो इतना विवाद न हो। गहराई से देखा जाए तो आज जलवायु परितर्वन, वैश्विक तापवृद्धि, भुखमरी, नई-नई बीमारियां प्रत्यक्ष रूप से मांसाहार के बढ़ते चलन से जुड़ी हुई हैं। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनइपी) के मुताबिक एक मांस-बर्गर तैयार करने में तीन किलोग्राम कार्बन उत्सर्जित होता है। ऐसे में धरती की रक्षा के लिए मांस की बढ़ती...
More »क्लाइमेट चेंज की चपेट में छत्तीसगढ़, जल संकट और सूखे की मार
संदीप तिवारी, रायपुर। विकास के नाम पर जंगलों की अंधाधुंध कटाई, शहरीकरण और उद्योगों के प्रदूषण ने पर्यावरणीय संतुलन बिगाड़ दिया है। नतीजतन जलवायु परिवर्तन के कारण छत्तीसगढ़ में जलसंकट के साथ सूखे का खतरा मंडराने लगा है। इस साल बारिश कम होने से त्राहि-त्राहि मची है। आने वाले सालों में बारिश कम होने से अकाल पड़ने की चेतावनी दी गई है। तापमान बढ़ने से वन्य प्राणियों व आम आदमी...
More »जलवायु बदलने का असर पेड़ों पर, 2-4 फीट घट गई लंबाई
हेमंत नामदेव, जबलपुर(मध्यप्रदेश)। जलवायु परिवर्तन का असर अब पेड़-पौधों की लंबाई पर दिखने लगा है। पेड़-पौधों की लंबाई 2-4 फीट तक घट गई है। यह खुलासा जबलपुर स्थित उष्ण कटिबंधीय वन अनुसंधान के वैज्ञानिकों के शोध में हुआ है। लंबाई घटने का कारण तापमान में लगातार बढ़ोतरी है। बढ़े तापमान से पेड़ों की पत्तियां झुलस रही हैं । इसकी वजह से पनपते पेड़-पौधे सही ढंग से प्रकाश संश्लेषण नहीं कर पा...
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