झाबुआ, मध्यप्रदेश: कुपोषण ने दो दर्जन से ज्यादा बच्चों को निगला है- यह हाल आदिवासी जिले झाबुआ का है, जहां मेघनगर ब्लाक के अगासिया और मदारानी गांवों में बच्चों की मौत का सिलसिला है कि टूटता ही नहीं। फिलहाल पूरा मध्यप्रदेश ही इतना भूखा है कि यहां न जाने क्यों भूख का नामोनिशान है कि मिटता ही नहीं ?केवल अक्टूबर में ही झाबुआ के इन 2 गांवों से 25 बच्चों...
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पराली भरे वाहनों ने मुश्किल किया चलना
हिसार. राजस्थान में सूखे के कारण पशु चारे की कमी को पूरा करने के लिए इन दिनों ट्रैक्टर ट्रालियों व अन्य चौपहिया वाहनों में धान की पराली भरकर राजस्थान ले जाया जा रहा है। इस दौरान यातायात नियमों की अनदेखी के कारण पराली वाले वाहनों के अलावा अन्य वाहन चालकों व यात्रियों का सफर भी खतरे से खाली नहीं है। इस साल मानसून की बारिश कम होने के कारण प्रदेश...
More »गया में मस्तिष्क ज्वर ने ली 27 बच्चों की जान
गया/ पटना। सूबे के मगध प्रमंडल में मस्तिष्क ज्वर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। हर जिले में मस्तिष्क ज्वर के दर्जनों मरीज मिले हैं। पिछले 50 दिनों में इस मर्ज ने 27 बच्चों की जान ले ली है। इसकी चपेट में ज्यादातर 15 वर्ष की आयु वर्ग के नीचे के बच्चे हैं। गंभीर स्थिति को देख सरकार सतर्क हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव ने डाक्टरों की...
More »लुधियाना सेंट्रल जेल में कैदी ने फंदा लगाया
लुधियाना -महानगर की केंद्रीय जेल में बुधवार को मोहन सिंह नामक एक 42 वर्षीय कैदी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव बाथरूम में लटकता हुआ मिला। चार बच्चों के पिता इस कैदी से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने अपनी मौत के लिए दो साथियों को जिम्मेदार ठहराया है। जेल के उप-अधीक्षक एसपी खन्ना ने बताया कि मोहन सिंह ने आज प्रात: करीब छह बजे बाथरूम...
More »बालको हादसा : मजदूरों की जान जोखिम में
रायपुर। राज्य निर्माण के नौ वर्ष में बेशक छत्तीसगढ़ ने तेजी से तरक्की की है और यहां औद्योगिक विकास भी खूब हुआ है, लेकिन इन सब के बावजूद बालको हादसे ने यह साबित कर दिया है कि उद्योग सुरक्षा मापदंडों का पालन करने में कहीं न कहीं कोताही बरत रहे हैं और मजदूरों की जान जोखिम में है। राज्य के कोरबा जिला मुख्यालय से लगे भारत एल्यूमीनियम कंपनी लिमिटेड के...
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