नई दिल्ली. देश में भूख से मौतों के बढ़ते मामलों से सुप्रीम कोर्ट चिंतित है। उसने केंद्र से पूछा है कि जब अनाज के गोदाम लबालब भरे हैं। बंपर फसल भी हुई है। फिर भी देश में भुखमरी के मामले क्यों बढ़ रहे हैं। साथ ही शीर्ष कोर्ट ने गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों (बीपीएल)की संख्या हर राज्य में केवल 36 फीसदी मानने पर भी योजना आयोग को कड़ी फटकार लगाई।...
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संतों ने त्यागा अन्न, रेल रोकेंगे किसान
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता: यमुना बचाओ आंदोलन के तहत जंतर-मंतर पर पांच दिन से चल रहा संतों का क्रमिक अनशन रविवार को पांचवें दिन आमरण अनशन में तब्दील हो गया। आज 75 साधु संत व किसानों ने आमरण भूख हड़ताल की घोषणा करते हुए अन्न त्याग दिया। सोमवार से अनशन में अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना है। किसानों ने सोमवार से कोशी में रेल मार्ग बाधित करने की चेतावनी...
More »अनशन पर बैठी गोलमा की तबीयत बिगड़ी
जयपुर. सरकार के खिलाफ अनशन कर रही खादी राज्यमंत्री गोलमा देवी के स्वास्थ्य में भारी गिरावट आई है। अनशन के तीसरे दिन गुरुवार को उनकी स्थिति काफी बिगड़ गई है। गोलमा देवी का गुरुवार को डॉक्टरों ने परीक्षण किया और उनको अस्पताल में भर्ती होने और ड्रिप चढ़ाने की सलाह दी, लेकिन वे अनशन जारी रखने और किसी भी तरह का इलाज नहीं कराने पर अड़ी हुई हैं। डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य में आ...
More »सेना में ड्राइवर के तौर पर भर्ती हुए थे अन्ना
नई दिल्ली. भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सख्त लोकपाल विधेयक बनाने और उसमें जनता की हिस्सेदारी की मांग को लेकर अनशन पर बैठे अन्ना हजारे देश के भीतर ईमानदारी और इंसाफ की लड़ाई लड़ने से पहले सीमा पर देश के दुश्मनों के भी दांत खट्टे कर चुके हैं। 1962 में चीन से युद्ध के बाद भारत सरकार की युवाओं से सेना में शामिल होने की अपील के बाद वे अन्ना सेना में...
More »आरटीआई कानून- हंगामा है क्यों बरपा ?
जो कभी इसके पैरोकार थे वही सूचना का अधिकार अधिनियम के कानूनी शक्ल लेने के पाँच साल बाद इतने चिन्तित क्यों है ? किस लिए एक बार फिर से इस मुद्दे पर धरना, रैली, सम्मेलन और भूख-हड़ताल की बाढ़ सी आई हुई है ? इसकी एक वजह तो यही है कि सूचना का अधिकार कानून से जिस मौन क्रांति का चक्का चल पडा है, उसकी गति को निहित स्वार्थवश किए...
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