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जमीन आवंटन में नहीं हुई नियमों की अनदेखी : बियाडा

पटना।  बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) द्वारा कथित तौर पर जमीन आवंटन को लेकर बिहार के विपक्षी दल भले ही हंगामा कर रहे हों और इस पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर रहे हों लेकिन बियाडा के अधिकारी साफ तौर पर कहते हैं कि जमीन आवंटन में पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है। बियाडा की प्रबंध निदेशक अंशुली आर्या ने बताया कि जमीन आवंटन...

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बंदरबांट में गई बियाडा की जमीन, रसूखदार मालामाल

पटना। बियाडा यानि बिहार इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट ऑथोरिटी की कीमती जमीन राज्य सरकार के मंत्रियों- अफसरों और नेताओं के बेटे-बेटियों व नाते-रिश्तेदारों ने आवंटित करा ली। 30 जून तक की आवंटन सूची में कई रसूखदारों के नाम सामने आए हैं। उनमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अफजल अमानुल्लाह और कैबिनेट मंत्री परवीन अमानुल्लाह की बेटी, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ के करीबी रिश्तेदार, शिक्षा मंत्री पीके शाही की बेटी, जेल आईजी आनंद किशोर, जदयू...

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फारबिसगंज गोलीकांड पर सदन में हंगामा

पटना। मानसून सत्र का दूसरा दिन काफी हंगामेदार रहा। विधानमंडल में फारबिसगंज गोलीकांड की धमक दिखी। दोनों सदन में विपक्षी सदस्यों ने इस मामले में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया। जिसे नामंजूर कर दिया गया। विपक्षी सदस्यों ने सदन में जमकर हंगामा किया। उनके हंगामे को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही को पंद्रह मिनट और विधानपरिषद को मध्याह्न् तक के लिए स्थगित करना पड़ा। दोबारा सदन शुरू होने पर विशेष वाद...

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नियति है मौत!- (रिपोर्ट निराला, तहलका)

बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के दो-तीन जिलों के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार फिर जून का महीना जानलेवा साबित हुआ. रहस्यमयी बीमारी की चपेट में आकर 60 से अधिक बच्चे काल के गाल में समा गए. इस बीमारी और बीमारी के बहाने प्रभावित इलाके के साथ स्वास्थ्य महकमे की पड़ताल करती निराला की रिपोर्ट आंखों देखी-कानों सुनी दोपहर करीब साढ़े तीन बजे का समय. मुजफ्फरपुर शहर का केजरीवाल मातृ...

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पदयात्रा, पंचायत और पैंतरेबाजी- (रिपोर्ट अतुल चौरसिया, तहलका)

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की हालिया पदयात्रा का एक मकसद साफ है, यह किसानों के हितों से ज्यादा चुनावी हितों को समर्पित थी. लेकिन राजनीति के ऐसे दौर में जब नेता गाड़ियों-बंगलों के बाहर झांकना ही नहीं चाहते, क्या उनकी यात्रा को सिर्फ अवसरवादी कहकर नकार दिया जाए? अतुल चौरसिया की रिपोर्ट पदयात्राएं और रथयात्राएं बहुत उत्पादक होती हैं. चुनावी शुभ-लाभ के लिहाज से. अतीत इसका दस्तावेज है. जिन लोगों ने...

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