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आदिम जनजातियों पर ज्यादा फोकस

मिड डे मील योजना यह जाहिर है कि झारखंड की आदिम जनजातियों में शिक्षा की दर बेहद कम है. उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए यह जरूरी है कि उनमें शिक्षा का तेजी से और ज्यादा-से-ज्यादा प्रसार हो. इसलिए पहाड़िया आदिम जनजाति के छात्र-छात्रों के लिए विशेष मिड डे मील योजना चलायी जा रही है. झारखंड के कल्याण विभाग द्वारा यह योजना सभी पहाड़िया दिवा कालीन स्कूलों में चलायी...

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जब भूख लगती है शहर को..

गरीबी पर योजना आयोग के ताजा आंकड़ों ने थाली की कीमत को बहस के केंद्र में ला दिया है. देशभर में चल रही इस गरमागरम बहस के बीच हमने खोज की उस थाली की जिसे किसी शहर की भूख मिटाने वाला कहा जा सकता है. प्रचलित अर्थो में इस थाली को भले ही दोपहर का खाना न कहा जाये, लेकिन आज ये किसी शहर की पहचान से जुड़ गयी हैं....

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दूषित तेल से मध्याह्न भोजन

मुरैना: जिले के टेंटरा क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालय अठार का पुरा में मध्याह्न भोजन को दूषित रिफाइंड तेल में बनाने का एक मामला सामने आया है.आधिकारिक तौर पर आज यहां बताया गया है कि महिला बाल विकास की एक टीम ने गत मंगलवार मध्याह्न भोजन की रसोई से दूषित रिफाइंड तेल को जब्त करना चाहा, तो एक अधिकारी के हाथ से स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष विमला रावत एवं सचिव रामश्री...

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पहले नहीं अंत में खाते हैं शिक्षक

बिहार के मशरक प्रखंड में मिड -डे मिल खाने से हुई 23 बच्चों की मौत के बाद इस योजना को लेकर राष्ट्रीय बहस छिड़ी हुई है. देश के विभिन्न भागों से पहले भी मध्याह्न् भोजन खाने से मौत की खबरें आती रही हैं. लेकिन, बिहार की घटना अब तक की सबसे बड़ी घटना बतायी जा रही है. इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस घटना...

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20 लाख बच्चे रहे भूखे, आज भी नहीं मिलेगा मिड डे मील

मशरक कांड के बाद बिहार में मिड डे मील का सुरक्षित संचालन एक चुनौती बना हुआ है. वहीं, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर शिक्षकों के बहिष्कार से गुरुवार को करीब 20 फीसदी स्कूलों में मिड डे मील नहीं बना, जिसके कारण 20 लाख से अधिक बच्चे भूखे रहे. राज्य सरकार ने कार्रवाई की चेतावनी दी है. इधर, मशरक कांड की आरोपित प्रधान शिक्षिका को जेल भेज दिया...

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