नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। तमाम दावों व वादों के प्रचार-प्रसार से देश में पढ़ाई-लिखाई की तस्वीर भले ही आकर्षक लगने लगी हो, लेकिन जमीनी हकीकत ज्यादा नहीं बदली है। आलम यह है कि सरकार चाहकर भी सभी बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने में नाकाम रही है। तमाम दावों के बीच देश के 21 प्रतिशत बच्चों के बीच में पढ़ाई छोड़ देने की मुख्य वजह अब भी उनकी गरीबी है। देश में पढ़ाई...
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हाईकोर्ट का सगोत्र विवाह पर रोक से इनकार
दयानंद शर्मा, चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने खाप पंचायतों को कड़ा संदेश दिया कि खाप पंचायतें खुद को कुल पिता की तरह प्रस्तुत नहीं करें। इसी के साथ ही हाईकोर्ट ने सगोत्र विवाह पर रोक लगाने और हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन संबंधी याचिका को खारिज कर दिया। अदालत ने खापों से दो टूक कहा कि वे हिंदू विवाह अधिनियम में संशोधन की मांग के लिए सरकार के पास जाएं। अदालत ने नसीहत...
More »बूढ़ी आंखों में नहीं रही जीने की चाह
अमृतसर, [रमेश शुक्ला 'सफर']। वैसे तो डीसी कार्यालय में रोजाना काफी गिनती में फरियादी पहुंचते हैं, लेकिन सोमवार को पहुंची रमदास क्षेत्र की अतर कौर ने डीसी काहन सिंह पन्नू के पास अनोखी फरियाद लगाई। उसने कहा या तो सरकार उसे रोटी दे या फिर मौत। अतर कौर की बूढ़ी आंखों में गरीबी के चलते अब जीने की तमन्ना नहीं रही। उसे अपने जन्म दिन की तारीख तो याद नही, लेकिन उसे यह पता...
More »गेहूँ खरीद में चार फीसदी की गिरावट
गेहूँ की खरीद वर्ष 2010-11 के विपणन वर्ष में चार प्रतिशत घटकर 2.17 करोड़ टन रही है। खाद्यान्नों की खरीद और वितरण करने वाली प्रमुख एजेंसी भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने पिछले वर्ष की समान अवधि में 2.25 करोड़ टन गेहूँ की खरीद की थी। गेहूँ की खरीद जो पिछले वर्ष के मुकाबले 13 अप्रैल को 40 प्रतिशत अधिक थी, वह पहली बार तीन मई को घट गई और उसके बाद...
More »चिपको आंदोलन: याद रखेंगी पीढियां
नई दिल्ली। पेड़ों को लेकर लोग मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं लेकिन चिपको और अप्पिको आंदोलन में हरियाली के दूतों के बलिदान की तत्परता को पीढि़यां याद रखेंगी। ऐसा जनजागरण जिसमें विशेष तौर पर स्त्री शक्ति का प्रदर्शन हुआ था। सुंदरलाल बहुगुणा के नेतृत्व में चिपको आंदोलन ने लोगों को वन रक्षा की प्रेरणा दी और सरकार को भी वनों की कटाई रोकने को विवश कर दिया। उत्तर भारत के चिपको आंदोलन से...
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