नई दिल्ली। लगातार दो साल सूखे के बाद इस बार अच्छी बारिश के चलते देश का खाद्यान्न उत्पादन चालू फसल वर्ष 2016-17 में नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है। कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने यह उम्मीद जताई है। वह यहां गुरुवार को रबी फसल पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में राज्यों के कृषि अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। फसल वर्ष 2013-14 में अब तक का...
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अब खेती करने के लिए रूस जाएगा भारत
रूस भले ही भारत के दो बड़े दुश्मन देशों चीन और पाकिस्तान के साथ पींगें बढ़ा रहा हो, लेकिन भारत के साथ उसके रिश्तों के अलग मिजाज हैं। भारत जानता है कि वह अपनी सैन्य जरूरतों के लिए अब सिर्फ रूस के भरोसे नहीं रह सकता। ऐसे में भारत उसके साथ दोस्ती के नए आयाम खोजने में जुटा है। इस सिलसिले में भारत ने रूस में बड़े पैमाने पर पट्टे पर...
More »सुखाड़ के बाद भी महज 5.71 लाख आवेदन
पटना : राज्य के 166 प्रखंडों में सुखाड़ की मार के बावजूद अब तक मात्र 579179 किसानों ने ही डीजल सब्सिडी के लिए आवेदन किया है. राज्य में लगभग डेढ़ करोड़ किसानों की संख्या है. एक अनुमान के मुताबिक तीस जिलों के लगभग 50- 60 लाख से अधिक किसान डीजल सब्सिडी के दायरे में आना चाहिए. किसानों को सुखाड़ में धान की फसल बचाने के लिए डीजल सब्सिडी देने का...
More »वनाधिकार कानून-- दिन भर चले अढ़ाई कोस!
आदिवासी समुदाय को जमीन पर हकदारी देने वाले वनाधिकार कानून पर अमल का अंदाजा इस तथ्य से लगाइए कि इस साल के जून महीने के आखिर तक राष्ट्रीय स्तर पर वनपट्टों पर दावेदारी के तकरीबन 50 फीसद मामले खारिज किए गए हैं. खारिज किए गए ये मामले कुल 19 राज्यों के हैं. जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा वनाधिकार कानून के क्रियान्यवयन से संबंधित जारी नये आंकड़ों से इस तथ्य का खुलासा होता...
More »किसानों के लिए कसना होगी कमर- मृणाल पांडे
मृणाल पांडे। किसान से लेकर सरकार और बाजार तक इस बार खुश हैं कि मानसून अच्छा है। किंतु किसानी का भविष्य एक ही अच्छे मानसून से आमूलचूल नहीं सुधर सकता। खेतिहरों के जीवन में लगातार विकास के लिए स्तरीय शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, अनाज का बेहतर विपणन-भंडारण, मुनाफे के सही निवेश से जुड़ी कई तरह की मदद भी जरूरी होती है। किसानी को लाभ का सौदा बनाने की जिम्मेदारी आखिरकार राज्य...
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