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कालाबाजारी की नियत से रखी 11 सौ बोरी गेहूं जब्त

बांका। नवटोलिया के एक निजी गोदाम में छापामारी कर विशेष टीम ने मंगलवार को कालाबाजारी की नियत से रखी 1124 बोरी गेहूं जब्त किया है। यह गेहूं भारतीय खाद्य निगम व हरियाणा वेयर कारपोरेशन के पचास-पचास किलोग्राम की बोरी में पैक है। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अरूण कुमार सिंह ने इस संबंध में गोदाम मालिक मंटू साह के विरूद्ध कालाबाजारी व खाद्य पदार्थ मिलावट के आरोप में अमरपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है। घटना के...

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दिल्ली में रेडिएशन के 44 स्रोत

नई दिल्ली। परमाणु उर्जा नियामक बोर्ड व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण [एनडीएमए] के विशेषज्ञों की टीम ने गुरुवार देर रात मायापुरी कबाड़ मार्केट की फिर से जांच की। इस दौरान उनके हाथ कुछ नहीं लगा, जिसके बाद वैज्ञानिकों ने गामा सेल मशीन खरीदने वाले व्यवसायी की दुकान को सुरक्षित घोषित करार दिया है। हालांकि वैज्ञानिक की चिंता अभी भी बाजार में मौजूद कोबाल्ट-60 के अन्य 44 स्रोत को लेकर है, जिन्हें वह राजधानी दिल्ली व...

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हमारी खेती अमेरिका से अच्छी- वंदना शिवा

वंदना शिवा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खेती के सवाल पर लगातार लड़नेवाली लड़ाका हैं. वे इंटरनेशनल फोरम आन ग्लोबलाईजेशन की सदस्य हैं. उनसे एक महत्वपूर्ण बातचीत.विस्फोट डाट कॉम से साभार) दूसरी हरित क्रांति की बात हो रही है. आपकी असहमति और सहमति किसरूप में रेखांकित होती है? मैंनेजब 1984 में हरित क्रांति का विरोध शुरू किया था तो इसके पीछे एक मकसद था। कहा जाताथा कि पंजाब में हरित क्रांति से...

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फिर जीवंत हुए गांधी के चरखे

बेतिया [कार्यालय प्रतिनिधि]। जिले में वर्षो से बंद हो गए गांधी के चरखे फिर से जीवंत हो गए हैं, जिससे ग्रामीण भारत का सपना साकार होने की उम्मीद जगी है। बेरोजगार हुए कातिनों, बुनकरों और कारीगरों के चेहरे की रौनकता लौटने लगी है। खादी ग्रामोद्योग संघ के अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र और सचिव रामरंजन लाल कर्ण ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने हिम्मत जुटाकर सूत कताई आरंभ कराई है। इस क्रम में दस रेशमी और दस...

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धरती कहे पुकार के

ढ़ती हुई कीमतें उस आपदा का सिर्फ एक संकेत हैं, जिससे खेती जूझ रही है. दरअसल भारतीय कृषि क्षेत्र बुरी तरह से चरमरा रहा है. संकट से पार पाने के लिए नजरिए में बड़े बदलावों की जरूरत है. लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार आपदा की इस आहट को सुनने के लिए तैयार नहीं. अजित साही और राना अय्यूब की रिपोर्ट सरकारी नीतियों से लेकर अखबार की सुर्खियों तक तरजीह पाने वाली...

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