SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1045

झारखंड में आज भी सपना है बेहतर इलाज

रांची से 32 किमी दूर रांची-पुरुलिया रोड से एक किमी बायें हटकर पहाड़ी की तलहटी में बसा चमघटी पाहनटोली गांव अपनी खूबसूरत भौगोलिक स्थिति व भरपूर हरियाली के कारण लोगों का मन मोह लेता है. पर इस गांव के लोगों की बदहाल जिंदगी व उनका दुख दिल को झकझोर देता है. 31 अगस्त को रांची के अनगड़ा प्रखंड के इस गांव की बीमार आदिवासी महिला लीलावती देवी की मिरगी या...

More »

भारत बाल-मृत्यु के मामले में सबसे आगे- यूनिसेफ की रिपोर्ट

जनसंख्या के लिहाज से दुनिया के देशों में दूसरे नंबर पर मौजूद भारत बाल-मृत्यु के मामले में दुनिया के सभी देशों से आगे है। इस महीने (सितंबर 2012) यूनिसेफ की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2011 में पाँच साल से कम उम्र के सबसे ज्यादा बच्चे भारत में काल-कवलित हुए। भारत में पाँच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु की संख्या बीते साल नाइजीरिया, डिमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑव कांगो...

More »

योजना की आड़ में खिलवाड़- निराला की रिपोर्ट(तहलका, हिन्दी)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के मूल उद्देश्य का सत्यानाश करके बिहार में कई निजी अस्पतालों ने सिर्फ पैसा कमाने के लिए 16 हजार महिलाओं की बच्चेदानी निकाल दी. निराला की रिपोर्ट. एक आदमी सपरिवार सफर में था. ट्रेन में पहुंचा. उसकी सीट पर कुछ लफंगे पहले से बैठे थे. सीट से हटने को लेकर बहस हुई. लफंगों ने आदमी को एक तमाचा जड़ दिया. उस आदमी ने कहा, ‘मुझे मार दिया लेकिन मेरी...

More »

पानी के लिए 2354 करोड़ का प्रोजेक्ट, सीएम ने किया वादा

पटियाला। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने स्वतंत्रता दिवस पर लोगों से स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि सूबे के सभी दरियाओं के पानी को साफ करने के लिए 2354 करोड़ का विशेष प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इससे इंडस्ट्री और शहरों का सीवरेज सतलुज, ब्यास, घग्गर नहीं बहेगा। बादल ने बताया कि 44 शहरों, कस्बों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। इसके बाद बादल ने राज्यों के...

More »

नन्हे हाथों में हथियार- रतनदीप चौधरी की रिपोर्ट.

घटते स्थानीय जनसमर्थन के चलते मणिपुर के भूमिगत विद्रोही संगठन अब बच्चों का अपहरण करके उन्हें जंग में झोंक रहे हैं.रतनदीप चौधरी की रिपोर्ट.  इंफाल के सिंगजामी में रहने वाले वाई राकेश मीति इन दिनों बेहद डरे हुए हैं. वे कहते हैं, ‘मणिपुर के लोग टकराव के बीच रहने के आदी हो चुके हैं. लेकिन पिछले तीन महीने की कहानी अलग है. आज मेरे जैसे तमाम मां-बाप भय के साये में जी रहे हैं.'उनका...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close