मुजफ्फरपुर [अमरेन्द्र तिवारी]। एक गांव ऐसा जहां चलती है 'अपनी' सत्ता। मोतीपुर प्रखंड में कुष्ठ रोगियों की बस्ती 'गांधी ग्राम' के लोगों ने अपने अधिकार की प्राप्ति तथा आपसी विवाद के निपटारे के लिए अपना मुखिया, सरपंच तथा पंच चुन लिया है। यह चुनाव भी पांच साल के लिए है। आपस का कोई मामला हो, सभी मिलकर सलटाते हैं। कुष्ठ रोगियों तथा उनके परिजनों का यह प्रयास जिले में एक अलग माडल बना हुआ है। ...
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बेरोजगारी निगल गई 350 बरस पुराना गांव
शामली [मुजफ्फरनगर, राजपाल पारवा], मैं हूं गांव कोठड़ा..। एक समय मेरी आबादी 500 के करीब थी। रोजगार के अभाव में दो साल पूर्व मेरा अस्तित्व समाप्त हो गया। शेष रह गया तो सिर्फ 350 वर्षो का इतिहास। ..लेकिन आज भी मेरे बरगद की शीतल छांव में मुसाफिर अपनी थकान मिटाते हैं। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पीर आज भी मेरे वजूद का गवाह है। अगर नहीं हैं तो यहां के बाशिंदे। मेरठ-करनाल...
More »देश की पहली महिला एमबीए सरपंच बनीं छवि
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को जहां एक ओर महिलाओं को सत्ता तक पहुंच और देशहित के निर्णयों में भागीदार बनाने के लिए संसद में महिला आरक्षण विधेयक पेश हुआ वहीं इस मौके पर दैनिक जागरण ने देश की पहली महिला एमबीए सरपंच से बातचीत की। जागरण प्रतिनिधि ने जींस टी शर्ट पहनकर गांव में खेती करने वाली इस महिला सरपंच को ठाठ से टै्रक्टर चलाते भी देखा और ठेठ राजस्थानी गाते...
More »कामयाबियों का किर्तीमान बना रही नारियां
सीतामढ़ी। मां जानकी की जन्म भूमि अब नारी शक्ति की धरती बन गयी है। चाहे शिक्षा हो या राजनीति, समाज सेवा, लेखन, कला, खेल या जांबाजी। हर क्षेत्र में सीतामढ़ी की महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाया है। कामयाबी का यह सफर सिर्फ जिला, प्रदेश व देश स्तर पर ही नही, बल्कि विदेश में भी कामयाबी का परचम लहरा कर महिला सशक्तिकरण का परिचय दिया है। देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी ने...
More »जहां घरों में आज भी नहीं लगते ताले
रायगढ़. आज भागमभाग, वैमनस्यता के दौर मंे अगर पूरा गांव एकता के सूत्र मंे बंधकर अनोखी मिसाल पेश करे तो लोगों के लिए भी वह प्रेरणा का केंद्र बन जाता है। जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर बसे घरघोड़ा ब्लाक मंे प्रकृति की सुरम्य वादियों मंे बसा है गांव कटंगडीह। ग्राम पंचायत गुमड़ा के इस आश्रित गांव में करीब ९क्क् की आबादी है। यहां १क्क् से ११क् परिवार रहते हैं। यहां के ग्रामीणोें...
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