पटना : बिहार के सहरसा जिले में एक बुजुर्ग की भूख से मौत हो गयी है. इस व्यक्ति को पिछले तीन महीनों से खाना नहीं मिला था. बैजनाथपुर के रहने वाले नाथो एक स्वर्णकार का काम करते थे. इस व्यक्ति की मौत ने बिहार में नीतीश के सुशासन की पोल खोल दी है. नीतीश सरकार को इस बात का जवाब देना होगा कि आखिर कैसे उनके राज्य में एक व्यक्ति पिछले तीन महीनों...
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बन नहीं सके शहरी गरीबों के आवास
रांची: राज्य के तीन शहरों रांची, धनबाद व जमशेदपुर में गरीबों को आवास मुहैया कराने की योजना फेल हो गयी है. केंद्र सरकार की योजना बेसिक सर्विसेज टू द अरबन पुअर (बीएसयूपी) के लिए अब तक 144.39 करोड़ रुपये जारी किये जा चुके हैं, लेकिन पांच वर्षो में इन शहरों ने मात्र 18 करोड़ रुपये ही खर्च किये हैं. इसमें से 17.40 करोड़ रुपये रांची नगर निगम ने खर्च किये हैं....
More »नेताओं के एजेंडे में नहीं है आम आदमी - तवलीन सिंह
कई विद्वानों का मानना है कि भारतवासी भारत में रहकर वैसी कामयाबी हासिल नहीं कर सकते, जो विदेशों में पहुंचते ही उनको नसीब हो जाती है। इस बार न्यूयॉर्क में मुझे इस बात की सच्चाई का गहरा एहसास हुआ। जिस दिन यहां पहुंची एक पारसी दोस्त की बेटी की शादी में कानक्टीकट जाना हुआ और रास्ते में पता चला कि गाड़ी का ड्राइवर देसी था। उसके साथ बातें शुरू हुई, तो पता...
More »सारा दोष सरकार का ही नहीं है - आकार पटेल
भारतीय अर्थव्यवस्था की समस्या क्या है? क्या हुआ, जो विकास दर मुंह के बल गिरी? अगर आप इस विषय पर कुछ पढ़ें, तो आप इनमें से किसी एक नतीजे पर पहुंचेंगे- हमारी संसद आर्थिक सुधारों के लिए जरूरी कानून बनाने में नाकाम रही, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह प्रशासन संभालने में नाकाम रहे, उच्च स्तर की नौकरशाही फाइलों को आगे बढ़ाने में अड़ियल रवैया अपनाती रही, भ्रष्टाचार, चालू खाते का घाटा, जो...
More »छत्तीसगढ़ में हरियाणा- प्रियंका कौशल
छत्तीसगढ़ में हजारों एकड़ जमीन खरीदने वाले हरियाणा के किसान आधुनिक तकनीक से खेती के जरिए एक नई मिसाल कायम कर चुके हैं. लेकिन स्थानीय किसान और सरकार इस बदलाव में कुछ खतरनाक संकेत देख रहे हैं. प्रियंका कौशल की रिपोर्ट. सैकड़ों एकड़ में फैले फार्म हाउस और हुक्का पीते किसान. बस खेतों में काम करते आदिवासी न दिखें तो छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों को देखकर एकबारगी यही लगता है कि...
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