रायबरेली। पतले गेहूं के नाम पर किसानों को ठगा जा रहा है और मालामाल हो रहे गेहूं केंद्र के प्रभारी एवं साहूकार। सेंटरों से किसानों का गेहूं वापस हो रहा, वहीं साहूकारों का गेहूं खुलेआम लिया जा रहा है। यही नहीं पतले के नाम पर किसानों से पचास से लेकर सत्तर रुपये तक प्रति क्विंटल वसूले जा रहे है। न देने पर उन्हें सेंटरों से वापस किया जा रहा है। हाल यह तब है जब...
More »SEARCH RESULT
खुलेआम बिक रही हैं नकली दवाइयां
भोपाल। राजधानी में नकली दवाओं का बाजार अपनी जड़ें जमा चुका है। चोरी छिपे नहीं, बल्कि खुलेआम इनकी खुदरा और थोक बिक्री की जा रही है। इतना ही नहीं आसपास के जिलों में भी इनकी सप्लाई पर्याप्त मात्रा में की जा रही है। इन नकली दवाओं की मांग इतनी है कि मेडिकल स्टोर्स आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि राजधानी और आस पास के क्षेत्रों में नकली दवाओं के कारखाने चल...
More »नोएडा में जमीन तैयार कर रहे नक्सली
नोएडा [ललित विजय]। आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए नक्सली अब संपन्न क्षेत्रों में पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। नोएडा भी उनके निशाने पर है। यहां भी नक्सली लोगों को संगठन से जोड़ जमीन तैयार करने में लगे हैं। यह खुलासा दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए एनसीआर के नक्सली कमांडर ने किया। दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी नोएडा पुलिस को भी दे दी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल...
More »रोजाना दो हजार बच्चों को बांटता था ‘मीठा जहर’
जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने रविवार को दो आइसक्रीम फैक्ट्रियों पर छापा मारकर सैपल लिए। एक फैक्ट्री गंदगी के ढेर के बीच चल रही थी तो दूसरी में सैक्रीन का उपयोग किया जा रहा था। सैक्रीन शरीर के लिए घातक साबित हो सकती है, इसलिए आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स बनाने में इसका इस्तेमाल करना गैरकानूनी है।कालवाड़ रोड स्थित कृष्णा आइसक्रीम फैक्ट्री में सफाई का कतई ध्यान नहीं रखा गया था। जिन आइसबॉक्स में...
More »आखिर इन दुकानों की दवा क्या है!
लखनऊ, [आशीष मिश्र]। नाका हिंडोला चौराहे पर एक दवा की दुकान है। इसके पास बकायदा ड्रग लाइसेंस है। हैरत की बात यह है कि इस मेडिकल स्टोर में आपको दवा ही नहीं टीवी, डीवीडी-वीसीडी प्लेयर से लेकर नई व पुरानी फिल्मों की डीवीडी तक मिल जाएगी। दुकान के मालिक का कहना है कि बिक्री कम होने पर दवा के साथ डीवीडी, टीवी का काम भी शुरू कर दिया। सरकारी निगरानी तंत्र किस कदर चरमराया...
More »