मॉनसून सत्र में संसद में सबसे ठोस कार्य वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक को पारित कराना है. हालांकि, राजनीतिक शोर-शराबे वाले मुद्दे अक्सर ही ठोस कार्य को दबा देते हैं, फिर भी उम्मीद है कि मोदी सरकार इस सत्र में जीएसटी पारित कराने में सफल हो सकती है. क्षेत्रीय दलों ने जीएसटी को समर्थन देने की घोषणा करके इस उम्मीद को संबल दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने पहले...
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आरटीआई लगाने की सजा..छह साल से हुक्का-पानी बंद
प्रशांत गुप्ता, रायपुर। हरियाणा की खाप पंचायतों की तर्ज पर रायपुर के टिकरापारा में एक परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का मामला सामने आया है। परिवार के मुखिया शंकर सोनकर का आरोप है कि महज इसलिए बहिष्कृत कर दिया, क्योंकि उसने समाज के स्कूल के बारे में जिला शिक्षा कार्यालय में आरटीआई के जरिए जानकारी मांगी थी। भनक लगते ही उनके परिवार को समाज से बेदखल कर दिया। हालांकि परिवार दंड...
More »वो 5 बातें जिनकी वजह से मनाना पड़ रहा है पृथ्वी दिवस
22 अप्रैल को दुनिया के 192 देश 46वां विश्व पृथ्वी दिवस मना रहे हैं। लेकिन मात्र एक दिन पृथ्वी दिवस के रूप में मना कर हम प्रकृति को बर्बाद होने से नहीं रोक सकते हैं। जीवन और पर्यावरण एक-दूसरे के पूरक हैं। पर्यावरण के बगैर जीवन असम्भव है। कोई दो राय नहीं कि अगर पृथ्वी खतरे में रहेगी तो मनुष्य जाति भी खतरे में रहेगी। दुर्भाग्यवश पृथ्वी का अस्तित्व खतरे...
More »नौ महीने बाद भी बिहार को नहीं मिली पैकेज की राशि!
पटना : पिछले वर्ष 2015 में विधानसभा चुनाव के दौरान आरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की घोषणा की थी. राज्य के वित्त मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी ने बताया कि राज्य को इस पैकेज में कोई रुपये मिलने की जानकारी नहीं है. इस पैकेज में राज्य को किसी तरह की कोई सहायता अभी...
More »गुड इकोनॉमिक्स बनाम बैड पॉलिटिक्स - प्रदीप सिंह
अपने देश में लड़कियों/महिलाओं के लिए समस्याएं जन्म के पहले से ही शुरू हो जाती हैं। मां के पेट में जीवित रह गईं तो पैदा होते ही परिवार में कमतरी का एहसास कराया जाता है। हर मामले में उन्हें लड़कों के पीछे खड़ा होना पड़ता है। यह एक ऐसा संघर्ष है जो ताउम्र चलता है। इन सबसे बच भी जाएं तो चूल्हे के धुएं की आग से बचना कठिन है।...
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