जरूरी है जल प्रबंधन नदियों को जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना पर बेशक कुछ सवाल उठे हों, लेकिन बदलते समय में इसकी महत्ता से इनकार नहीं किया जा सकता। पानी का सवाल इतना बड़ा है कि किसी बड़े कदम से ही समाधान की तरफ बढ़ा जा सकता है। बहुत बारीक तथ्यों और तमाम पहलुओं पर निष्कर्ष के बाद करीब दस वर्ष पहले जो रिपोर्ट तैयार हुई थी, उससे हम उम्मीद कर सकते...
More »SEARCH RESULT
विवाद के बीज, बरबादी की फसल- सुमन सहाय
हम जीएम तकनीक को जोरशोर से अपनाने की पहल कर रहे हैं और सरकार भी उस पर अमादा है। मगर हमारा पूरा तंत्र जिस तरह का है, उसमें क्या इस संवेदनशील काम को सार्वजनिक क्षेत्र के वैज्ञानिकों के भरोसे छोड़ा जा सकता है? जीएम तकनीक भी आणविक ऊर्जा की तरह है, इसलिए इस सवाल पर सावधानी से विचार करने की जरूरत है। हाल ही में बीकानेरी नरमा या बीटी कपास से संबंधित...
More »पूरे देश में रोक और राजस्थान में जीएम सरसों का फील्ड ट्रायल मंजूर!
जयपुर.पूरे देश में जहां जिनेटिक मॉडिफाइड (जीएम) फसलों के ट्रायल पर 15 राज्यों ने पूरी तरह रोक लगा दी है, वहीं राजस्थान सरकार ने तीन जिलों में बीटी सरसों के फील्ड ट्रायल को मंजूरी दे दी है। सरकार की मंजूरी के बाद श्रीगंगानगर, अलवर के नौगांवा और भरतपुर के कुम्हेर कृषि विज्ञान केंद्रों पर ट्रायल के तौर पर फसल भी लगा दी गई जो इस माह पकने को तैयार है। राज्य...
More »खबर पढ़ने के बाद इन युवाओं की खोज को सलाम करेंगे आप!
रायपुर/महासमुंद। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के लिए अब किसानों को इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है। किसानों को फसल लेने के लिए मौसम की जानकारी उनके घर और खेतों में सहज ढंग से ही उपलब्ध हो जाया करेगी। गड़बेडा स्थित बाल वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र के बच्चों ने किसान हितैषी इस हाईटेक मेजर सिस्टम का निर्माण किया है। खरीफ के साथ ही साथ अब किसानों को रबी की फसल के लिए भी मौसम पर निर्भर...
More »ग्रामीणों की आर्थिकी का जरिया बन सकता है चुलू
चम्बा, जागरण कार्यालय: पहाड़ का कुदरती रूप से उगने वाला फल चुलू ग्रामीणों की आर्थिकी का जरिया बन सकता है। इसकी बहुउपयोगिता को देखते हुए गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय रानीचौरी के वैज्ञानिक इसके व्यावसायिक उपयोग पर जोर दे रहे है। इसके तहत ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चुलू अर्थात जंगली खुमानी जिसके पेड़ गांवों में कुदरती रूप से उगते आए हैं। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एंव प्रौद्योगिकी...
More »