कल्याणकारी योजनाएं क्या वोटों में तब्दील हो पाती हैं? राजनीतिक पंडितों की मानें तो ऐसा नहीं होता। इनका मानना है कि अगर घोषित तौर पर निर्धनों को समर्पित ये योजनाएं वास्तव में वोटों को पाने का कामयाब जरिया होतीं, तो 2014 के आम चुनावों से ठीक पहले कल्याणकारी एजेंडा रखने वाली कांग्रेस पार्टी की ऐसी दुर्गत न दिखती। कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए के खस्ताहाल को बयां करते हर जनमत सर्वेक्षण के साथ...
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पूंजीवाद का प्रपंच- सिद्धार्थ वरदराजन
नरेंद्र मोदी आखिर किसका प्रतिनिधित्व करते हैं, और भारतीय राजनीति में उनके उदय के क्या मायने हैं? 2002 के मुस्लिम विरोधी दंगों का बोझ अब भी उनके कंधों पर है। ऐसे में, सांप्रदायिक राजनीति के ऐतिहासिक उभार के तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री का राष्ट्रीय पटल पर उदय होते देखना खासा दिलचस्प रहेगा। संघ परिवार के वफादार और हिंदू मध्य वर्ग का एक बड़ा हिस्सा आज अगर उनका भक्त बना है,...
More »अप्रैल में दालें महंगी होने का अनुमान
विदेशी असर : म्यांमार में उड़द व अरहर के स्टॉक में कमी से तेजी के संकेत घरेलू सप्लाई प्रतिकूल मौसम से चना व मसूर की घरेलू फसल पर असर आयातित अरहर, उड़द और मूंग कीमतों में तेजी का रुख चालू माह में मूल्य 25 से 50 डॉलर प्रति टन तक बढ़े रबी में दलहन की रिकॉर्ड पैदावार के अनुमान के बावजूद दालों की कीमतों में तेजी की संभावना है। चालू महीने में ही आयातित...
More »शिक्षा की परीक्षा में जवाबदेही का सवाल- अनुराग बेहर
आम सोच यह है कि स्कूल व शिक्षक जवाबदेह नहीं हैं, इसलिए स्कूली शिक्षा की हालत खराब है। लेकिन यह मसला इतना परेशान करने वाला क्यों है? आइए, बात को ‘जवाबदेही’ शब्द से ही शुरू करें और इसके इस्तेमाल को समझों। आज इस शब्द का सबसे अधिक इस्तेमाल कारोबारी दुनिया में होता है। इस तरह की सोच यांत्रिक प्रणालियों का नतीजा है, वहां पर लोगों को किसी चीज की जिम्मेदारी...
More »अमेरिकी जीएम मक्का की एक और खेप रद्द
रॉयटर्स : बीजिंग... चीन ने जीएम (जेनेटिकली मॉडीफाइड) मक्का की अमेरिका से भेजी एक और खेप नामंजूर कर दी है। जीएम मक्का की ऐसी किस्म की खेप पकड़ी गई थी, जिसे अभी मंजूरी नहीं दी गई है। चीन के आयातक घरेलू बाजार में मक्का बेचने के लिए खेप का इंतजार कर रहे थे। अब उनके सामने सरकारी भंडार से या यूक्रेन से सस्ती मक्का आयात करने का विकल्प बचा है। चीन...
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