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बनायें व्यावहारिक लोकपाल लेखक पूर्व राज्यपाल हैं - प्रभात कुमार

अन्ना हजारे द्वारा जनलोकपाल बिल के लिए शुरू किया गया आंदोलन बहुत ही सफ़ल रहा. उनके प्रति शहरी मध्य वर्ग का जो आकर्षण है, उसने बखूबी काम किया. लोकतंत्र में नागरिकों को अधिकार है कि वे अपनी समस्याओं के बारे में कहें और अपने जनप्रतिनिधियों से इसके निदान की मांग करें. यदि ये जनप्रतिनिधि उनकी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं रखते या फ़िर उसका हल नहीं निकाल सकते, तो उचित ही होगा कि...

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आपराधिक उद्यम जैसा सत्ता का स्वरूप- अजय सिंह

राहुल गांधी के भट्टा, परसौल जाने के बाद पहली बार ग्रामीण भय के वातावरण से बाहर आये. पुलिस से भयाक्रांत महिलाएं व बच्चे पहली बार खुल कर बोले. शायद राहुल गांधी का राजसत्ता की बर्बरता से यह पहला सामना था. भट्टा, परसौल नामक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो गांव राजनेताओं के लिए तीर्थ बन गये हैं. गौतम बुद्ध नगर के ये दो गांव पुलिस और ग्रामीणों के खूनी संघर्ष की रणभूमि...

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‘काहे का सीवीसी, लेन-देन से ही होगा काम’ : त्रिभुवन

जयपुर. जिस विभाग पर भ्रष्टाचार को रोकने की जिम्मेदारी है, वहीं के अफसर और बाबू सीना ठोंककर रिश्वत मांगते हैं। पिछले बुधवार को रिश्वत लेते पकड़े गए गृह विभाग के उप सचिव अनिल पालीवाल और बाबू गौरीशंकर सोलंकी से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को ऐसे तथ्य मिले हैं, जिनसे साबित होता है कि राज्य का चीफ विजिलेंस कमिश्नर सिस्टम फ्लॉप हो गया है। भास्कर को हैरानीजनक जानकारी मिली है कि इस महकमे में सिर्फ पैसा...

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‘काहे का सीवीसी, लेन-देन से ही होगा काम’ : त्रिभुवन

जयपुर. जिस विभाग पर भ्रष्टाचार को रोकने की जिम्मेदारी है, वहीं के अफसर और बाबू सीना ठोंककर रिश्वत मांगते हैं। पिछले बुधवार को रिश्वत लेते पकड़े गए गृह विभाग के उप सचिव अनिल पालीवाल और बाबू गौरीशंकर सोलंकी से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को ऐसे तथ्य मिले हैं, जिनसे साबित होता है कि राज्य का चीफ विजिलेंस कमिश्नर सिस्टम फ्लॉप हो गया है। भास्कर को हैरानीजनक जानकारी मिली है कि इस महकमे में सिर्फ पैसा...

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काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करें: बाबा रामदेव

यवतमाल. देश की जनता दरिद्रता, बीमारी, भूख, कुपोषण से पीड़ित है। सभी तरह से बेहाल है फिर भी देश के नेताओं ने जनता को चूस-चूसकर भ्रष्टाचार के माध्यम से थोड़ा नहीं बल्कि 4 लाख करोड़ रु. का काला धन विदेशी बैंक में जमा कर रखा है। इस काला धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर देश में लाना जरूरी है। इस राष्ट्रीय संपत्ति का उपयोग करने से देश सिर्फ बलवान ही नहीं...

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