गरीबों के बच्चे मवेशी चराते हैं और चटाई बुनते हैं, वे शहर के कूड़ागाहों और ट्रैफिक सिगनल्स पर पाए जाते हैं, ईंट-भट्टे और कोयला खदानें आमतौर पर उनके काम करने की जगहें होती हैं। जब हमारे बच्चे स्कूलों में पढ़ाई करने जाते हैं, तब गरीबों के बच्चे रोजी-रोटी के लिए मशक्कत कर रहे होते हैं। लेकिन बड़ी अजीब बात है कि हमने महज इस संयोग के आधार पर इन बच्चों की इस...
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भारत में रोजगारहीन आर्थिक वृद्धि - आईएलओ की नई रिपोर्ट
जिस भारतीय अर्थव्यवस्था के बूते दक्षिण एशिया में साल 2010 तक आर्थिक-वृद्धि की रफ्तार 9 फीसदी से ज्यादा की रही और अब यानी साल 2011-12 में 7 फीसदी पर जा पहुंची है, उसके बारे में सबसे ज्यादा गौर करने लायक तथ्य क्या है ? अंतर्राष्ट्रीय श्रम-संगठन की नई रिपोर्ट ग्लोबल एम्पलॉयमेंट ट्रेन्डस् का कहना है कि बढ़ोत्तरी का यह कमाल श्रम की उत्पादकता में बढ़वार का नतीजा था ना कि...
More »न पाठशाला, न स्वच्छ पानी, ये है मजदूरों की कहानी
राजेश छौंकर, नूंह : मई दिवस को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है। अपनी मागों को लेकर आए दिन प्रदर्शन करते मजदूरों की स्थिति मेवात में अच्छी नहीं कही जा सकती। इनके लिए न स्वच्छ पानी की व्यवस्था है न ही इनके बच्चों के लिए पाठाशाला की। नहीं है शौचालय व पेयजल व्यवस्था मेवात में 90 फीसदी भट्ठों पर मजदूरों के लिए शौचालय आदि की व्यवस्था नहीं है। इससे महिलाओं को...
More »शीतल फाइबर्स पर श्रम विभाग करेगा कार्रवाई
जालंधर. अब श्रम आयुक्त कार्यालय ने शीतल फाइबर्स पर अलग-अलग 5 श्रम कानूनों के तहत कार्रवाई की तैयारी कर ली है। विभागीय टीम ने शीतल फाइबर्स की इकाइयों का दौरा करने के बाद दस्तावेजी कार्रवाई शुरू कर दी है। श्रम विभाग के अधिकारियों ने हादसे के बाद 17 अप्रैल को शीतल फाइबर्स की इकाइयों की इंस्पेक्शन की थी। वीरवार को इंस्पेक्टर जेपी सिंह दोबारा फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन में इंस्पेक्शन के...
More »हैवानियतः मजदूर को पत्थरों से पीट-पीट मार डाला
मानपुरा. बद्दी के कल्याणपुर में एक श्रमिक की पत्थरों से पीट-पीट कर हत्या कर दी। आरोपी ने सुराग मिटाने के लिए शव पर पैट्रोल छिड़ककर जलाने की की कोशिश की। कामगार की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर हत्या का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। वीरवार सुबह सरसा नदी के पास बंद पड़ी अपर संडोली उठाऊ पेयजल योजना...
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