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देश में शौचालय बहुत, मगर इस्‍तेमाल करने के लिए पानी नहीं

केन्‍द्र सरकार ने स्‍वच्‍छ भारत अभियान के तहत देश भर में अक्‍टूबर 2014 से 9,093 करोड़ रुपए खर्च कर एक करोड़ 80 लाख्‍ा शौचालय बनवाए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान को प्राथमिकता के तहत चलाने को कहा था, लेकिन नेशनल सैम्‍पल सर्वे ऑर्गनाइजेशन के आंकड़ों (NSSO) ने अभियान की सफलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्‍वच्‍छ भारत अभियान शुरू होने के बाद से शौचालयों का कितना उपयोग बढ़ा है,...

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सरकार ....! आखिर ये बौद्घिक नसबंदी क्यों ?-- आनंद पांडे

क्या अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर अब एक नई बहस का वक्त आ गया है? अभिव्यक्ति की आजादी कितनी हो और उसे किस तरह सार्वजनिक किया जाए...क्या इसको लेकर भी नए मापदंड बनाए जाने चाहिए? क्या अब बहस-विमर्श और समीक्षा इस बात को लेकर होनी चाहिए कि आजादी के इतने सालों बाद भी हमें समाज के एक बड़े बुद्घिजीवी वर्ग को सिर्फ इसलिए सामाजिक बहसों से दूर रखना चाहिए...क्योंकि वो...

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प्रेस की आजादी और हमारा रिकॉर्ड-- रामचंद्र गुहा

मैं 1988 के पूर्वार्द्ध में उत्तराखंड में शोध कर रहा था, जब उसी क्षेत्र में एक बहादुर नौजवान पत्रकार की हत्या की खबर आई। उसका नाम उमेश डोभाल था। उसने शराब माफिया, पुलिस, आबकारी विभाग व स्थानीय राजनेताओं की सांठगांठ का पर्दाफाश किया था। उसे शराब ठेकेदारों के भाड़े के हत्यारों ने मारा था। 1988 के उत्तरार्द्ध में मैं दिल्ली में रह रहा था, जब लोकसभा द्वारा प्रेस की आजादी को...

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केवल 700-800 करोड़ रह गया है गन्ना किसानों का बकाया

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (27 मई) को सहारनपुर में हुई अपनी रैली के दौरान कहा था कि उनकी सरकार आने के बाद गन्ना किसानों का बकाया पैसा मिलने लगा है। साथ ही उन्होंने बताया था कि उनकी सरकार आने से पहले बकाया राशि अगर 14,000 करोड़ थी, तो वह अब 700 से 800 करोड़ रह गई है जिसे वह वक्त रहते दिलवाने की कोशिश करेंगे। इस पैसे को जल्द...

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न्यायपालिका को तो बख्श दें: एन के सिंह

फ्रांस के समाजशास्त्री अलेक्सी डे टॉक्विले और ब्रिटेन के राजनीतिक दार्शनिक जॉन स्टुअर्ट मिल, दोनों ने 25 साल के अंतराल में लोकतंत्र के दो नए खतरों के प्रति आगाह किया था। पहले का मानना था कि इसमें बहुमत के आतंक के शिकार व्यक्ति के पास बचने का कोई चारा नहीं होता। दूसरे ने इस भय की ओर इंगित किया था कि प्रजातंत्र मात्र एक शासन पद्धति न होकर असंगठित भीड़ की...

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