देश की कृषि को दुनिया की कुल कृषि-भूमि का महज 2.4 फीसदी और कुल जल-संसाधन का सिर्फ 4.0 प्रतिशत हासिल है। तो, क्या इस सीमित संसाधन के बूते भारतीय कृषि दुनिया की 17.5 फीसदी आबादी(भारतीय) का पेट भरने की चुनौती सफलतापूर्वक निभा सकेगी ? हाल के सालों में इस चुनौती ने और भी ज्यादा गंभीर रुप धारण किया है क्योंकि वैश्विक तापन(ग्लोबल वार्मिंग) और उससे जुड़े पर्यावरणगत बदलावों के कारण देश...
More »SEARCH RESULT
संस्कृति और विकास का अंतर्विरोध - डा. भरत झुनझुनवाला
हाइड्रोपावर का नरेंद्र मोदी के बताये उद्देश्यों से घोर अंतर्विरोध है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही हाइड्रोपावर के पक्षधर हैं, परंतु हाइड्रोपावर के दुष्परिणामों के कारण जनता द्वारा विरोध होने से दोनों ही पार्टियां अपने दुष्चिंतन को लागू नहीं कर पायी हैं. नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड दौरे के दौरान कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पहाड़ के युवा बेरोजगार हैं चूंकि विकास नहीं हो रहा है. उन्होंने उत्तराखंड को स्पिरिचुअल एनवायरन्मेंट जोन...
More »शीर्ष जलवायु राजनयिकों ने राष्ट्रों से ग्लोबल वार्मिंग पर कदम उठाने को कहा
वारसा। संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहा है और ऐसे में प्रमुख पर्यावरण राजनयिकों ने चेताया है कि ग्लोबल वार्मिंग एक ऐसा संभावित खतरे के रूप में उभर रहा है, जिसे पलटना मुश्किल है। उन्होंने लघु अवधि में जलवायु परिवर्तन पर तत्काल अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की जरूरत बताई है। जलवायु परिवर्तन पर विभिन्न विषयों के अध्यक्षों ने क्योटो प्रोटोकॉल पर दस्तखत करने वाले सभी लोगों से दोहा संशोधन को तत्काल क्रियान्वित...
More »ग्लोबल वार्मिग से बढ़ा समुद्री स्तर
पचास लाख वर्ष पूर्व ग्लोबल वार्मिग की वजह से अंटार्कटिका का बर्फ पिघला था, जिससे समुद्र का स्तर तकरीबन 20 मीटर तक बढ़ गया था. इंपीरियल कॉलेज, लंदन के शोधकर्ताओं और उनके अकादमिक सहयोगियों ने पूर्वी अंटार्कटिका में बर्फ की चादरों का अध्ययन करने के बाद ऐसा होना मुमकिन बताया है. उन्होंने इस बात का पता लगाया है कि तकरीबन 30 से 50 लाख वर्ष पूर्व की भूगार्भिक अवधि में...
More »घट रही मिट्टी की उर्वरा शक्ति ।। संजय कुमार सिन्हा ।।
विश्व की जनसंख्या जिस तेजी से बढ़ी है, उस अनुपात में खाद्य उत्पादन नहीं बढ़ा है. जंगलों के कटने और बेहिसाब औद्योगिकीकरण से धरती की जलवायु पर बुरा असर पड़ा है. आइसलैंड में हुए एक सम्मेलन में इन्हीं बिंदुओं पर विचार किया गया. पिछले दिनों (26-29 मई) को आइसलैंड की राजधानी रेईकजाविक में ‘मृदा कार्बन' पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया. यह सम्मेलन कई मायनों में खास था. इसे आयोजित करवाने...
More »