जहां चाह है, वहां धंधा है और ज्यादा चाह है, वहां काला धंधा है. देश में जमीन-जायदाद या रियल एस्टेट के धंधे का सालोंसाल से यही हाल है. उद्योग संगठन फिक्की के एक अध्ययन के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा कालाधन रियल एस्टेट में लगा है, सोने व चांदी से भी ज्यादा. कम-से-कम अगले छह सालों तक इस धंधे में मंदी के कोई आसार भी नहीं हैं. केंद्र सरकार ने...
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जो बन गए गरीब और बेसहारों के मसीहा
मनीष पाराशर, इंदौर। ज्यादातर लोग या तो अपने लिए काम करते हैं या परिवार के लिए। इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने दूसरों की जिंदगी भी संवारने का जिम्मा उठा रखा है। ये कोई धनवान नहीं, बल्कि दिनभर रोड पर चलने वाले ऑटो ड्राइवर हैं। कोई बच्चों के लिए चलती-फिरती संस्कार की पाठशाला चलाता है तो कोई बेसहारा बुजुर्गों की मदद के लिए हमेशा तैयार...
More »किसानों को मुआवजा नहीं मिलने का मामला सदन में गूंजा
प्रदेश में सूखा प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं मिलने का मामला सदन में गूंजा।कांग्रेस के गिरवर जंघेल ने प्रश्नकाल में यह मामला उठाया । इस पर राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने कहा कि आरबीसी में संशोधन कर किसान को इकाई माना गया है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया। नया रायपुर क्षेत्र के 41 गांवों को नगरीय क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद भी वहां...
More »बैंकों की बैलेंस शीट बदहाल क्यों? - धर्मेंद्रपाल सिंह
बैंक देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, लेकिन दुर्भाग्य से आज वे बदहाल हैं। देश में लिस्टेड 39 में से 30 बैंकों की तीसरी तिमाही की जारी रिपोर्ट खतरनाक संकेत देती है। पता चलता है कि महज तीन महीनों में उनके नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) में 26 प्रतिशत इजाफा हो गया है। रिपोर्ट जारी करने वाले सोलह सार्वजनिक और चौदह निजी बैंकों की बैलेंस शीट एक दर्दभरी दास्तान बयान करती...
More »नोटिस जारी होने पर किसानों का फूटा गुस्सा
सिसाना से गोहाना जाने वाले मार्ग की मलकीयत अपने नाम कराने को लेकर लोक निर्माण विभाग ने नायब तहसीलदार की कोर्ट में आवेदन किया है। इसके तहत संबंधित 173 किसानों को नोटिस जारी करने पर किसान भड़क गए हैं। किसानों ने तहसीलदार शिव कुमार सैनी व नायब तहसीलदार पृथी सिंह से मिलकर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि इस मार्ग के विस्तारीकरण में गई...
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