SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 392

सुलगता सवाल : क्या मॉनसून की बारिश सूखे की भरपायी कर पायेगी ? सूखते जलागार, घटता जलस्तर, पेयजल और सिंचाई के संकट पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ, नये शोध और आधिकारिक दस्तावेज...जानने के लिए यहां क्लिक करें.

लगातार दो सालों (2014-15 और 2015-16) में सामान्य से क्रमशः 12 और 14 फीसदी कम बारिश के कारण सूखे की मार झेल चुका देश इस साल मानसून से पहले भयावह गर्मी की चपेट में है. चैत के दिन जेठ के दुपहरिया की तरह तपे और देश के कई इलाकों में अप्रैल महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जो कि सामान्य से...

More »

पौधे बचाने के लिए ढाई महीने में खोद दिया 25 फीट गहरा कुआं

बीना। पेयजल के लिए शासन पर पूरी तरह से आश्रित रहने वालों के लिए ग्राम हांसुआ के चैनसिंह लोधी ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। घर के आंगन में लगे 200 से अधिक पौधों के लिए अकेले चैनसिंह ने ढाई महीने में 25 फीट गहरा कुआं खोदा है। भागीरथी प्रयास के बाद अब कुएं से पानी निकलने लगा है जो पौधों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। यह...

More »

राजस्थान ने सूखे से निपटने के लिए मांगे साढ़े दस हजार करोड

जयपुर। राजस्थान सरकार ने राज्य में सूखे के हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार से 10 हजार 537 करोड रूपए की आर्थिक सहायता की मांग की है। इसके साथ ही पेयजल परिवहन की व्यवस्था कराने की मांग भी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बताया कि राजस्‍थान में राज्य सरकार अपने अल्प वित्तीय संसाधनों से सूखे एवं पानी की कमी से...

More »

मराठवाड़ा की प्यास बुझा रही मुंबईवासियों की जनभागीदारी

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। प्यासे मराठवाड़ा की प्यास बुझाने के लिए जहां ट्रेन एवं हजारों टैंकरों की मदद ली जा रही है, वहीं मुंबईवासियों द्वारा भेजी जा रही एक-एक लीटर की बोतलें भी बहुत काम आ रही हैं। कुछ दिनों पहले बीड जिले के मानखुरवाड़ी गांव में 10,000 लीटर पानी की बोतलों से लदा बड़ा ट्रक पहुंचा तो गांववालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पिछले कई दिनों से शुद्ध पेयजल न...

More »

छत्तीसगढ़ के अधिकतर बांधों में बचा है चौथाई पानी

रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ के कई बांध सूख चुके हैं या कुछ सूखने के कगार पर पहुंच गए हैं। प्रदेश के सभी छोटे-बड़े बांधों में फिलहाल केवल 27 फीसदी पानी रह गया है। वहीं, विभिन्न जलाशयों से नहरों के जरिए गांवों में तालाबों को निस्तारी के लिए भरने पानी छोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से बांधों का जल स्तर तेजी से घट रहा है। यही हालात रहे तो आने वाले दिनों...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close