कुछ महीने पहले योजना आयोग की गरीबी रेखा पर काफी चर्चा हुई हैं. उच्चतम न्यायलय में दायर हलफनामे में योजना आयोग ने कहा कि 2011 की सरकार की गरीबी रेखा- ग्रामीण क्षेत्रों में 26 रुपए और शहरी क्षेत्रों में 32 रुपए- जीवनयापन यानी खाना, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है. आज से पहले किसी भी सरकार ने यह दावा नहीं किया कि गरीबी रेखा जीवन बिताने के लिए पर्याप्त...
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'सत्यमेव जयते': मार्केटिंग का कमाल या आमिर का धमाल?
नई दिल्ली. आमिर खान के शो ‘सत्यमेव जयते’ की इस वक्त जबरदस्त चर्चा हो रही है। बीते रविवार को पहली बार टीवी पर दिखाए गए इस शो की काफी तारीफ भी हो रही है तो कुछ लोग इस शो और इसके होस्ट आमिर की आलोचना भी कर रहे हैं। लेकिन कुल मिलाकर आमिर का यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट लोगों के बीच बहस का मुद्दा बना हुआ है। चाहे वह आमिर की कोई नई...
More »बुजुर्गों के लिए इज्जत की जिन्दगी -आईए, एक अभियान का हिस्सा बनें
बुजुर्गों की जीवन-संध्या पूरी गरिमा और बिना किसी अभाव के बीते- यह हर सभ्य समाज का नैतिक दायित्व है। बुजुर्गों के प्रति इसी दायित्व-भाव से पेंशन परिषद् दिल्ली में जन्तर-मन्तर पर अगामी 7 मई से 11 मई(2012) तक एक अभियान के तहत धरने का आयोजन कर रहा है। धरने के आयोजन के पीछे मकसद एकदम सरल और सहज है, और इस मकसद को पूरा करने का वक्त अब आ चुका है। आगे की पंक्तियों को...
More »भारत में रोजगारहीन आर्थिक वृद्धि - आईएलओ की नई रिपोर्ट
जिस भारतीय अर्थव्यवस्था के बूते दक्षिण एशिया में साल 2010 तक आर्थिक-वृद्धि की रफ्तार 9 फीसदी से ज्यादा की रही और अब यानी साल 2011-12 में 7 फीसदी पर जा पहुंची है, उसके बारे में सबसे ज्यादा गौर करने लायक तथ्य क्या है ? अंतर्राष्ट्रीय श्रम-संगठन की नई रिपोर्ट ग्लोबल एम्पलॉयमेंट ट्रेन्डस् का कहना है कि बढ़ोत्तरी का यह कमाल श्रम की उत्पादकता में बढ़वार का नतीजा था ना कि...
More »मिन्नत गई बेकार, नहीं घूमने दी दलित की बारात
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कुछ दबंगों ने दलित परिवार की बारात गांव में नहीं घूमने दी। मामला सहसवान थाना क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर का है। दुल्हन की विधवा मां ने बारात निकालने का विरोध कर रहे लोगों की मिन्नत की लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। इसी बात पर दोनों पक्षों में नोकझोंक भी हुई। तनाव की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का अमला गांव पहुंचा और...
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