जनसत्ता 7 जुलाई, 2012: पिछले दो-तीन दशकों का एक बड़ा राजनीतिक यथार्थ यह है कि राष्ट्रपिता के रूप में समादृत गांधी के ऊपर डॉ भीमराव आंबेडकर को न सिर्फ खड़ा करने, बल्कि गांधी को आंबेडकर और दलित विरोधी भी सिद्ध करने की कोशिश लगातार की जा रही हैं। यह सब हो रहा है आंबेडकर के नाम पर दलित राजनीति करने वाले आंबेडकरवादियों द्वारा, क्योंकि इसके जरिए उनके लिए एक समुदाय...
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दूध बेचकर बनी एक करोड की मालकिन
वडोदरा : साबरकांठा जिले के गांव पेंटारपुरा की रमिलाबेन ने दूध बेच कर करोडपति बन गयी है. 12 साल पहले जब अतिरिक्त आमदनी के लिए दूध उत्पादन शुरू किया था तो किसी ने भी यह सोचा था कि यह उनकी किस्मत ही पलट देगा. उनकी कामयाबी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2011-12 में उनका शुद्ध मुनाफा एक करोड़ 10 लाख 17 हजार 675 रूपए था. 43...
More »रंग लाने लगी है आमिर की मुहिम, खाप पंचायतों ने लिया बड़ा फैसला
जींद.समाज के लिए कलंक बनी कन्या भ्रूण हत्या बुराई की रोकथाम के लिए खाप पंचायतें अपना पूर्ण योगदान देंगी। इस बुराई के खात्मे के लिए सिर्फ हरियाणा ही नहीं उत्तर भारत की खापों को जोड़ा जाएगा, ताकि बेटियों को भी इस धरती पर पैदा होने दिया जाए। बेटी बचाने के अभियान में जुटी बीबीपुर की पंचायत व महिलाएं के समर्थन में खाप पंचायतें आएंगी। इसको लेकर जिला खाप पंचायतों की राय भी...
More »मंदी से बचे रहेंगे खेत और किसान
सामाजिक कार्यकर्ता अशोक भगत अपने वैचारिक आधार से ज्यादा गांवों के विकास का आधार तैयार करने के लिए जाने जाते हैं. 1983 में उन्होंने देश के सबसे पिछड़े जिलों में से एक गुमला के बिशुनपुर से विकास भारती नामक संस्था बना कर ग्राम विकास के काम की शुरुआत की. आज इस संस्था की राज्य के हर जिले में उपस्थिति है. विकास भारती का 30 वां साल चल रहा है. लंबी यात्र...
More »क्या कैश-ट्रांसफर के लिए पीडीएस को खत्म किया जा सकता है?
अनाज इतना है कि सरकारी गोदामों में उन्हें संभाल पाना मुश्किल हो रहा है और सरकार के पास धन की ऐसी कमी है कि वह खर्च कम करके संयम बरतने की सलाह दे रही है। फिर भी, विश्वबैंक की सलाह को अपने सर माथे चढ़ाकर सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली(पीडीएस) के जरिए अनाज बांटना बंद करना और लोगों को इसकी जगह कैश-ट्रांसफर के जरिए नकदी देना चाहती है। देश के विभिन्न भागों में होने वाले सर्वेक्षण, मौका...
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