नई दिल्ली [उमा श्रीराम]। करीब 70 वर्ष पहले चर्चित कवि सुब्रमण्यम भारती ने यह कहकर हलचल मचा दी थी कि यदि दुनिया में एक भी आदमी भूखा है तो इस विश्व को ही नष्ट कर दो। भारती जी ने तभी भारत की आजादी को देख लिया था और उन्होंने आधुनिक भारत, युवा वर्ग व महिलाओं को समर्पित करते हुए कई कविताएं रच डाली थी। पर दुर्भाग्य से वे यह कल्पना भी नहीं कर सके...
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कृषि, कर्ज और महंगाई की चुनौतियां
नई दिल्ली [भारत डोगरा]। जहां एक ओर कृषि नीति के सामने महंगाई व किसानों के कर्ज की ज्वलंत समस्याएं हैं, वहीं दूसरी ओर जलवायु बदलाव के संकट से जूझना भी जरूरी है। वैसे तो पहले भी यह बार-बार अहसास हो रहा था कि न्याय, समता व पर्यावरण हितों की रक्षा और खेती में टिकाऊ प्रगति के लिए कृषि-नीति में बदलाव जरूरी हो गए हैं। अब जब जलवायु बदलाव के कुछ दुष्परिणाम नजर आने लगे हैं और...
More »होती रही शादी, सिसकता रहा बचपन
औरंगाबाद। कल तक दोनों साथ खेलते थे। वर्तमान और भविष्य की चिंता किए बगैर दोनों अपने बचपन में मस्त थे। उनको तो यह भी नहीं पता था कि बड़े होने पर करेंगे क्या? ऐसे में उनकी शादी भी कर दी गई। हम बात कर रहे हैं 7 वर्षीय बच्ची फोटईयां की। जिसकी शादी उसे बोझ समझकर उसके ही हमउम्र दरोगा से कर दी गई। हैरत की बात है शादी थाने के पास ही...
More »बिसरख के किसानों ने उखाड़े बिल्डरों के टेंट
ग्रेटर नोएडा, संवाददाता : आबादी की समस्या का समाधान न होने से नाराज बिसरख गांव के किसानों ने बृहस्पतिवार को प्राधिकरण का काम रोक दिया। इस दौरान किसानों ने बिल्डर के टेंट भी उखाड़ फेंके। किसानों ने चेतावनी दी कि समस्या का समाधान होने तक निर्माण कार्य नहीं चलने देंगे। तीस मई को गांव में किसानों की पंचायत होगी। बिसरख गांव की जमीन पर बिल्डरों को भूखंड आवंटित किए गए हैं। किसानों का आरोप है...
More »गैर सरकारी संस्थाओं का आडिट कैग से हो : अंसारी
जागरण ब्यूरो, शिमला। उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा कि गैर सरकारी संस्थाओं, स्वायत्त संगठनों, सोसायटियों व ट्रस्ट के कार्यो का ऑडिट भी सरकारी विभागों की तर्ज पर कैग से करवाया जाना चाहिए। उन्होंने सब्सिडी पर खर्च होने वाले सरकारी धन को भी कम करने की वकालत की है। वह मंगलवार को यहां राष्ट्रीय लेखा व लेखा परीक्षा अकादमी के हीरक जयंती समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि...
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