SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 198

भूखे रहने को मजबूर क्यों अन्‍नदाता? - देविंदर शर्मा

पिछले लगातार तीन वर्षों से गेहूं की खेती करने वाले किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की मामूली बढ़ोतरी पाते रहे हैं। यह गेहूं के किसानों को भुगतान किए जा रहे दामों में तकरीबन 3.6 फीसद की बढ़ोतरी को दर्शाता है। यदि इसकी तुलना सितंबर में केंद्रीय कर्मचारियों को दिए गए 7 फीसद अतिरिक्त महंगाई भत्ता से करें तो पता चलता है कि असंगठित क्षेत्र में किसानों...

More »

कोल्‍ड ड्रिंक्‍स में फ्रूट जूस मिलाने की मोदी की सलाह मार्स मिशन से बड़ी चुनौती: विशेषज्ञ

तुमकुर (कर्नाटक): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेप्‍सी, कोका कोला जैसी सॉफ्ट ड्रिंक कंपनियों को कहा है कि वे अपने उत्पादों में 5 प्रतिशत फल का रस मिलाने की कोशिश करें, ताकि भारत में कठिनाई में पड़े किसानों को अपने उत्पादों के लिए एक नया बाजार मिल सके। हालांकि, एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि कोल्‍ड ड्रिंक्‍स के फॉर्मूले को बदलना नामुमकिन है। मोदी की इस योजना पर सॉफ्ट ड्रिंक्‍स इंडस्‍ट्री से...

More »

धमतरी के बासमती की खुशबू से महकेगा अब पूरा छत्तीसगढ़

राममिलन साहू, धमतरी। बासमती की खेती अब तक सिर्फ पंजाब व हरियाणा प्रदेश की माटी में खुशबू बिखरेती आ रही है। अब छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के कुरूद ब्लाक में पहली बार 30 एकड़ खेतों में बासमती पुसा सुगंध प्रजाति की फसलें लहलहा रही हैं। बासमती की खेती को कुरूद में सफलता मिली, तो इसे पूरे छत्तीसगढ़ में लागू किया जाएगा। यह पहल कृषि विभाग की आत्मा योजना के द्वारा...

More »

सहकारी शक्कर कारखानों की नीलामी का उच्चस्तरीय बैठक में होगा फैसला: पाटील

मुंबई. विदर्भ सहित राज्य के अन्य हिस्सों में सहकारी शक्कर कारखानों की नीलामी के मसले का हल आगामी दिनों में उच्चस्तरीय बैठक बुलाकार निकाला जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को सहकार मंत्री हर्षवर्धन पाटील ने विधान परिषद में दी।    भाजपा की शोभाताई फडणवीस ने यह मसला ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत उठाया। फडणवीस ने कहा-राज्य सरकार ने भरोसा दिलाया था कि राज्य के एक भी शक्कर कारखाने को नीलाम नहीं होने दिया जाएगा।  इसके बावजूद...

More »

जीपीएस से होगी माप, फिर किसान बेच पाएंगे चंबल का रेत

मुरैना। जिले में मांग के अनुरूप वैध रेत उपलब्ध नहीं है। ऐसे में जिले की मांग को पूरा करने के लिए चंबल के उस रेत की बिक्री का रास्ता निकाला गया है, जो रेत चंबल अभयारण्य सीमा के बाहर किसानों के आधिपत्य की जमीनों पर है। इस रेत को माइनिंग विभाग चिन्हित कर रहा है। यह रेत किसान रॉयल्टी अदा करने के बाद बेच पाएंगे। अंबाह, पोरसा क्षेत्र में माइनिंग...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close